Saturday, July 27, 2024
HEALTH

दूध का जेनतिन ओक्साइड का बन सकता है हार्ट अटैक का प्रमुख कारण !

भारत ही नहीं पूरे विश्व में दूध पीने का चलन वर्षों से चला आ रहा है । दूध को जितना फायदेमंद माना जाता है वो उतनी ही नुकसानदायक हो सकता है। इस रिपोर्ट में आपको जानकारी मिलेगी कि कैसे दूध पीना आपके लिए नुकसान दायक हो सकता है।

Written By: Pragya Jha

विश्व के हर कोने में दूध पीने का चलन हमेशा से रहा है साथ ही ये दूध काफी जयदा खतरनाक हो सकता है। कई शोध के बाद ये पता लग सका है की दूध कई गंभीर बिमारियों को जन्म दे सकता है ! आज हम बात करेंगे की आखिर कैसे दूध हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। इससे पहले कुछ आंकड़ों को आपके सामने रखते हैं। दरअसल कोरोना काल के दौरान से भारत में 12% तक कैंसर के मरीज बढ़ गए हैं। हार्ट अटैक के मरीजों के साथ एंजियोप्लास्टी करने के केस भी बढ़ते जा रहे हैं। किसी भी हार्ट ब्लॉकेज के मरीज को एंजियोप्लास्टी की सलाह दे दी जाती है। साथ ही ये एंजियोप्लास्टी और स्टंट कितना कारगर हो सकता है ये आप सभी जानते हैं। फ़िलहाल ऐसा क्यों है की हार्ट अटैक के केस इतने तेजी से बढ़ रहे हैं ? ये एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इस सवाल का जवाब हम इस रिपोर्ट देंगे।


क्यों बढ़ रहे हैं केस ?


ये सवाल जार मरीज या व्यक्ति के जेहन में है की मरीजों की संख्या क्यों बढ़ रही है ? इसका सबसे बड़ा कारण है दूध और साथ ही खान पान दूध में एक एंजाइम पाया जाता है जेंतिन ऑक्साइड जो आर्टिरीस में पाई जाने वाली प्लाज्मा लेज़र सेल को खा जाती है जिससे के जख्म बन सकता है और उसी जख्म को भरने के लिए जो प्रक्रिया शरीर द्वारा की जाती है उससे हार्ट अटैक के चान्सेस बढ़ जाते हैं। डॉ एस कुमार जो एक शोधकर्ता है उनके द्वारा इन सभी चीजों की जानकारी दी गयी है और साथ ही ये भी बताया गया की कैसे इससे निजात पा सकते हैं। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है इसके बारे में जानने के लिए नीचे दिए हुए लिंक को क्लिक करें।

आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में


डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।


डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *