नवनिर्मित मंदिर में 22 जनवरी को विराजेंगे रामलला
Report National Khabar
अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की स्थापना अगले वर्ष 22 जनवरी को होगी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने पांच अगस्त 2020 की राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। वह गत वर्ष 24 अक्टूबर को पुनः रामलला का दर्शन करने आए और राम मंदिर के निर्माण पूर्ण होने के बाद रामलला की निर्माण का भी अवलोकन किया था।
तीन तल के राम मंदिर के भूतल का निर्माण पूर्ण होने के बाद रामलला की स्थापना के अवसर पर प्रधानमंत्री का आगमन पहले से ही अपेक्षित था। 31 मई को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट घोषणा किए जाने के साथ प्रधानमंत्री की बैठक के बाद रामलला के प्रतिष्ठा व्यस्तता को देखते हुए उन्हें छह माह उत्सव में प्रधानमंत्री को बुलाए जाने की पूर्व से इस उत्सव में आमंत्रित करने के लिए निवेदन पत्र भेजे जाने की भी बात कही गई।
यद्यपि ट्रस्ट की ओर से इस बारे में गोपनीयता बरती जा रही है, किंतु सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री को निवेदन पत्र प्रेषित भी कर दिया गया है। प्रधानमंत्री की उच्चस्तरीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीयता को ध्यान में रखकर उनके आगमन की तारीख और रामलला के प्रतिष्ठा उत्सव की मुख्य तारीख को लेकर भी ट्रस्ट पूरी गोपनीयता बरत रहा है।
इसके बावजूद ऐसे संकेत स्पष्ट हैं। कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति में रामलला की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। बता दें कि राम मंदिर के निर्माण में गुणवत्तापूर्ण कार्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इंजीनियरों की टीम लगातार मानकों का ध्यान रख रही है।