ब्रिटेन के शोधकर्ता को डायबिटीज के इलाज के लिए आना पड़ा भारत !
रिपोर्ट: – प्रज्ञा झा
डॉ अनिल गुम्बर जो ब्रिटैन में एक शोधकर्ता हैं। वह यूनाइटेड किंगडम में युके एशियाई डायबिटीज ट्रायल में हेल्थ इकोनॉमिस्ट के पद पर नियुक्त हैं। रिसर्च भले उन्होंने की लेकिन वो खुद भी मधुमेह से अछूते ना रह सके। तकरीबन 15 से 16 सालों से उन्हें मधुमेह थी लेकिन उनकी HBA1C 9 से 7 पर पहुँच गयी। जानकारी के लिए बता दें की डॉ अनिल गुम्बर ने भारत में एप्रोप्रियेट डाइट थेरेपी सेंटर में Dr. S. Kumar से अपना इलाज कराया। इलाज के बाद उन्होंने जो भी कहा वो आप दिए हुए लिंक में जा कर देखें।
मूल बात ये है की भारत के लोग अधिकतर विदेश जाकर आपने इलाज करने पसंद करते हैं। लेकिन भारत में उन्हें इलाज करने में या तो डर लगता है ये फिर उन्हें भारत की स्वास्थ व्यवस्था के बारे में जानकारी नहीं है। वहीँ दूसरी तरफ विदेश के लोग भारत में और भारत की स्वास्थ व्यवस्था में रुचि ले रहें हैं और लगातार विदेशों से लोगों के भारत आकर इलाज कराने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। आपने डॉ अनिल गुम्बर की बात तो सुन ही ली होगी जिसमें वो खुलकर बता रहे हैं की आखिर कैसे विदेशों में भी मधुमेह के लिए सिर्फ 3 तरह के टेस्ट ही कराए जाते हैं। परन्तु भारत में और एप्रोप्रियेट डाइट थेरेपी सेंटर में जिन 6 टेस्टों के बारे में बताया गया वो उनके लिए चौकाने वाली बात थी।
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 937216648