Saturday, July 27, 2024
EDITORIAL

शिंदे ने उद्धव को बताईं विधायकों की भावनाएं, लिखा- आपके घर के दरवाजे बंद क्यों थे? अयोध्या जाने से क्यों रोका ?

रिपोर्ट: नेशनल खबर

महाराष्ट्र के सियासी संकट के तीसरे दिन एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी। इस चिट्ठी को उन्होंने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया और कहा कि यह विधायकों की भावना है। पत्र में लिखा गया है कि शिवसेना के विधायकों की बात कभी नहीं सुनी गई और उद्धव के घर के दरवाजे हमेशा उनके लिए बंद रहे। खत में एक और बात को हाईलाइट किया गया। शिंदे ने कहा कि जब हम अयोध्या जा रहे थे, तब हमें रोका गया। जो लोग वहां चले गए थे, उन्हें भी फोनकर वापस बुलाने की बात कही गई। कल वर्षा बंगले के दरवाजे सचमुच जनता के लिए खोल दिए गए। बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई।

पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर हमारे लिए ये दरवाजे बंद थे। हमें ऐसे लोग चला रहे थे, जिन्हें लोगों ने नहीं चुना था। ये लोग विधान परिषद और राज्यसभा के माध्यम से आये थे। तथाकथित (चाणक्य लिपिक) बडवे हमें हराने और राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की रणनीति तय करने का काम कर रहे थे। इसका परिणाम सिर्फ महाराष्ट्र ने देखा है। शिवसेना विधायक के रूप में हमें वर्षा बंगले तक सीधी पहुंच नहीं मिली। मुख्यमंत्री मंत्रालय की छठी मंजिल पर सभी से मिलते हैं, लेकिन हमारे लिए कोई जगह ही नहीं थी, क्योंकि आप कभी मंत्रालय ही नहीं गए।

कई बार निर्वाचन क्षेत्र के काम, अन्य मुद्दों, व्यक्तिगत समस्याओं के लिए सीएम साहब से मिलने का अनुरोध करने के बाद हमें बुलाया जाता और बंगले के गेट पर घंटों खड़ा रखा जाता। मैंने कई बार सीएम को फोन किया पर फोन रिसीव नहीं होता था। आखिरकार हम ऊब जाते और चले जाते। हमारा सवाल यह है कि अपने ही विधायकों के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार क्यों? ऐसे विधायकों से इस तरह का व्यवहार जिन्हें तीन-चार लाख मतदाता चुनते हैं? एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ। शिवसेना विधायक एकनाथ शिंगे के बाएं सदा सरवंकर और दाएं मंगेश कुलांकर भी दिखाई दे रहे हैं।

ये दोनों बुधवार रात को मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे। एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ। शिवसेना विधायक एकनाथ शिंगे के बाएं सदा सरवंकर और दाएं मंगेश कुलांकर भी दिखाई दे रहे हैं। ये दोनों बुधवार रात को मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे। 5 बड़े अपडेट्स… 1. CM उद्धव ठाकरे की पार्टी के बड़े नेताओं के साथ मीटिंग शुरू हो गई। इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। ठाकरे इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं। 2. विधायकों की तरह ही शिवसेना के19 में से करीब 9 सांसद भी उद्धव का दामन छोड़ सकते हैं। इनमें एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, ठाणे लोकसभा सांसद राजन विचारे, वाशिम की सांसद भावना गवली और नागपुर की रामटेक सीट से सांसद कृपाल तुमाने के नाम सामने आए हैं।

जैसे ही सत्ता में परिवर्तन होगा, कई और सांसद भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में आएंगे। टूट की कगार पर खड़ी शिवसेना: विधायकों के बाद अब नाराज हुए 8 से 9 सांसद, कानूनी वजहों से पार्टी नहीं सिर्फ उद्धव का दामन छोड़ सकते हैं 3. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मुंबई पहुंची हैं। हालांकि, यह उनका निजी दौरा बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार वे महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से मुलाकात कर सकती हैं। 4. शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि गुवाहाटी से 20 विधायक जल्द ही मुंबई लौटेंगे। सभी विधायकों से बात हो गई है। 5. सूत्रों के अनुसार, कुछ देर में बागी गुट विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को भेजेंगे। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास छोड़ने से NCP नाराज हो गई है। भास्कर कार्टूनिस्ट की नजर से देखिए महाराष्ट्र का सियासी संकट…

महाराष्ट्र के सियासी घमासान में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की एंट्री हो गई है। 41 शिवसेना और 9 निर्दलीय विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे जिस होटल में ठहरे हैं, उसके बाहर TMC कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है। इसे रोका जाए। पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है। गुवाहाटी: 12 घंटे में 7 विधायक एकनाथ के पास पहुंचे पिछले 12 घंटे में शिवसेना के पांच और दो निर्दलीय विधायक महाराष्ट्र से गुवाहाटी पहुंचे। इनमें गुलाबराव पाटील, योगेश कदम, सदा सर्वंकर, योगेश पवार और मंगेश कुलांकर शामिल हैं। बाकी दो विधायक मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल निर्दलीय हैं। सदा, योगेश और मंगेश गुरुवार सुबह गुवाहाटी की रेडिसन ब्लू होटल पहुंचे। महाराष्ट्र: मातोश्री में उद्धव की बैठक, फडणवीस के पोस्टर लगे सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में पार्टी के दिग्गज नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में इस्तीफा देने पर फैसला किया जा सकता है। इधर, महाराष्ट्र के कई जगहों पर भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को सीएम की शुभकामनाएं देते हुए पोस्टर लगाया गया है।

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