कर्नाटक में पूर्व सरकार द्वारा लिए गए कई फैसलों पर एक-एक कर सवाल क्यों उठ रहे हैं ?
Report: Pragya Jha
पहले शिक्षा संस्थानों में हिजाब को बैन करने को लेकर काफी विवाद हुआ था | वहीं पर अब गोहत्या कानून पर सवाल उठाए जा रहे हैं | कांग्रेस के पशुपालन मंत्री ने हाल ही में मैसूर में एक बयान दिया जिसको लेकर BJP सरकार हमलावर रही है |कांग्रेस मंत्री के. वेंकटेश ने बयान दिया की “अगर भैंसों को मारा जा सकता है तो गायों को क्यों नहीं ? जब ये बयान आया तो भाजपा सरकार के नेता भड़क गए | इन सभी के बिच मुख्यमंत्री सिद्दरमैय्यह का बयान भी आ चूका है ।उन्होंने कहा की आगामी कैबिनेट बैठक में गोहत्या कानून पर चर्चा करेंगे |
सिद्दरमैय्यह का ये बयान अपने कैबिनेट मंत्री के बयान पर आय है मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा की BJP सरकार अपने कार्यकाल के दौरान एक विधेयक लेके आई थी जिस विधेयक में कहा गया की भैंसों की हत्या की जा सकती है | लेकिन कई चीजें इस कानून में स्पष्ट नहीं हैं, इसके चलते हम जल्द ही इस कानून पर चर्चा करेंगे | इसका मतलब ये हो सकता है की आगे की बैठक में इस कानून में संशोधन हो जाएं।
आपको बता दें की आगे कुछ समय में कानून में दोबारा संशोधन हो सकते हैं लेकिन ये कोई पहली बार नहीं है की गोहत्या के कानून में संशोधन किया जा रहा है| इससे पहले बीएस येदुरप्पा पुरविर्ती बीजेपी सरकार ने 2010 or 2012 में 1964 में बनाए गए कानून में संशोधन किया गया था | 1964 के कानून में कहा गया की भैंसों और बैलों की हत्या की अनुमति है लेकिन 2010 में जब इसमें संशोधन किया गया तो गाय, बछड़े और 13 साल से काम उम्र के भैंसों या बछड़ो की हत्या पर रोक लगाया गया जिसको लेकर ये पूरा मामला सामने आया है और अब फिर से इस कानून में संशोधन हो सकता है |