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कौन है अमृतपाल सिंह? भिंडरावाले जैसा रूप, और तेवर के पीछे की कहानी!

रिपोर्ट: नेशनल ख़बर

कौन है अमृतपाल सिंह? जिसका नाम मीडिया में अचानक से छा गया। सोशल मीडिया पर भी वह दिनभर ट्रेंड करता है। इसने अपना लुक बिल्कुल जरनैल सिंह भिंडरावाले जैसा बना लिया है।वहीं भिंडरावाले जिसने 80 के दशक में सिखों के लिए एक अलग देश खालिस्तान की मांग की थी और पूरे देश में कोहराम मचा दिया था।


सबसे पहले आपको बताते हैं वारिस पंजाब दे संगठन के बारे में। पंजाबी अभिनेता और कार्यकर्ता रह चुके दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की स्थापना की थी।


इसकी वजह बतायी गई- युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाने और पंजाब को ‘जगाने के लिए’। इस संगठन के एक मकसद पर ही विवाद है और वह है- पंजाब की ‘आजादी’ के लिए लड़ाई।


अमृतपाल सिंह खुद को खालिस्तानी आतंकी जनरैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी बताता है। हालांकि, दीप सिद्धू का परिवार का कहना है कि अमृतपाल सिंह खालिस्तान के नाम पर सिख युवाओं को बस बहकाने का काम कर रहा है।
अमृतपाल सिंह पंजाब के अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव का निवासी है। उसने 12 वीं तक पढ़ाई- लिखाई की। खालिस्तान, भिंडरावाले और इससे जुड़ा तमाम ज्ञान उसने इंटरनेट की सहायता से हासिल किया। वह दुबई में रहकर ट्रांसपोर्ट का बिजनस भी कर रहा था ऐसा सुनने को मिलता है। पिछले साल सितंबर महीने में वह दुबई से सारा कामकाज समेटकर वापस से पंजाब आ गया।


संगठन के मुखिया की ताजपोशी के वक्त अमृतपाल सिंह ने कहा था, ‘भिंडरावाले को मैं अपनी प्रेरणा मानता हूं। मैं उनके बताए रास्ते पर चलूंगा। मैं उनके ही जैसा बनना चाहता हूं क्योंकि ऐसी चाह हर एक सिख रखता है लेकिन मैं उनकी नकल नहीं उतार रहा। मैं तो उनके पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हूं।


अमृतपाल पूरे 6 साल के बाद सितंबर 2022 में भारत आया। न किसान आंदोलन के समय आया, न ही वारिस पंजाब दे की घोषणा के वक्त और न ही फरवरी 2022 में दीप सिद्धू की मौत के टाईम।


इससे जाहिर है कि अमृतपाल और दीप सिद्धू की मुलाकात कभी नहीं हुई और दोनों ने सोशल मीडिया की सहायता से ही बातचीत की थी। अमृतपाल के समर्थकों दावा करते हैं कि दीप सिद्धू अमृतपाल सिंह के बेहद करीबी थे और एक वैध प्रक्रिया के माध्यम से ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े थे।


हालांकि संगठन के उनके नेतृत्व पर दीप सिद्धू के चाहने वाले और परिवार के कुछ सदस्य इससे इनकार करते हैं। सामने तो यहां तक आया कि सिद्धू ने अमृतपाल को सोशल मीडिया से ब्लॉक तक कर दिया था।


‘अमृतपाल है कौन’ इस सवाल के साथ ही इस पर भी अब चर्चा शुरू हो गई है कि इसके पीछे कौन इसे चला रहा है? इसे लेकर पंजाब में तरह- तरह बातें चल रही हैं।


एक कल्पना कहती है कि किसी शातिर खालिस्तानी ने अमृतपाल सिंह को ट्रेनिंग दी है। तो किसी का यह कहना है कि अमृतपाल सिंह के पीछे आईएसआई या किसी दूसरे सीमापार संगठन का हाथ हो सकता है। एक चर्चा तो यह भी है कि अमृतपाल सिंह को आने वाले चुनावों में प्रयोग करने के लिए लाया गया है?

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