Sunday, September 8, 2024
National

सुनाने का दम है सुनने का दम नहीं है, सांसदों के सदन से जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का जवाब

रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा

अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी पार्टियों को जवाब देने का सिसिला जारी रखा लेकिन पूरी चर्चा के दौरान सभी सांसद सदन में बैठ नहीं पाए चर्चा के दौरान कई सांसद छोड़ के जाने लगे जिसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा सुनाने का दम है लेकिन सुनने का नहीं साथ ही उन्होंने कहा की साथ ही प्रधानमंत्री ने तंज करते हुए कहा कूड़ा फेलाओ और फिर निकल जाओ । सांसदों के जाने के बाद प्रधानमंत्री फिर कांग्रेस पर हमलावर रहे उन्होंने इतिहास के पन्नो को खंगालते हुए कहा की ये वही पार्टी है जिसने देश के 3 टुकड़े कर दिया था। 14 अगस्त को याद करते हुए उन्होंने कहा ये दिवस पीड़ादायक है इस दिन को याद करते लोगों का आक्रोश और दुःख याद आता है। उन्होंने आगे कहा की सब माँ भर्ती को जोड़ने की जरुरत थी उस वक्त में इन्होने माँ भर्ती के 3 टुकड़े कर दिए सिर्फ यही नहीं वंदे मातरम के भी टुकड़े कर दिए। बहार गए हुए सांसद पर भड़कते हुए प्रधानमंत्री ने कहा की जो लोग बहार गए हैं कोई इन लोगो से पूछ की कच्छ तिहु क्या है ? जो लोग इतनी बड़ी बातें करते हैं उनसे पूछे की आखिर “ये कच्छ तिहु क्या है और कहाँ है ” ?

साथ ही आगे उन्होंने DMK पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा की ” ये DMK वाले मुझे चिट्ठी लिखते हैं की कच्छ तिहु को वापस ले आइए “। ये किसने किया था ये श्रीमती इंदिरा गाँधी के नेतृत्व में हुआ था। कांग्रेस का इतिहास हमेशा माँ भर्ती के टुकड़े करने का रहा है। ये क्या भारत की एकता की बात करते हैं।

1 5 मार्च 1966: – इस दिन कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना के माध्यम से हमला कराया था, इसपर गंभीर विवाद
हुआ था। क्या वो लोग इस देश के नागरिक नहीं थे। आज भी मिजोरम के लोग उस दुःख को मानते हैं। कांग्रेस ने देश के
लोगों से इस बात को छिपाया था। उस वक्त इंदिरा गाँधी की सरकार थी। ये करके हमे उपदेश दे रहे हैं।
2 1962: – 1962 में जब देश पर चीन का हमला हुआ और पूरा देश इनसे आस लगा कर बैठा था की हमारी सुरक्षा करेंगे ,उनके जान
माल की सुरक्षा करेंगे ऐसी स्थिति में दिल्ली के शासन में बैठे हुए पंडित नेहरू ने रेडियो पर कहा था ” My heart goes
out for people of assam “। ये स्थिति कर रखी थी।

लगातर विपक्ष की तरफ से मणिपुर को लेकर सवाल पूछे जा रहे थे उसपर उन्होंने जवाब दिया। जवाब के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राम मनोहर लोहिया का जिक्र किया उन्होंने कहा की लोहिया जी ने बताया था की नेहरू नार्थ ईस्ट का विकास करना चाहते थे। लेकिन हमारे
रगों में नार्थ ईस्ट बसा हुआ है। इन्हे क्या पता होगा कुछ भी मैंने हर जगह खुद भर्मण किया है। मेरी भावनाएं नार्थ ईस्ट जुडी हैं। एक तरह से ये विपक्षी पार्टियों के लिए मणिपुर पर जवाब के तौर पर भी माना जा रहा है।

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