हेल्थ एंड फिटनेस

20 सालों से चल रही 90 यूनिट इंसुलिन हुई पूरी तरह बंद, जानिए कैसे

डायबिटीज में मरीज को इंसुलिन तब लगती है जब शरीर में बन रही इंसुलिन का उपयोग ना हो सके या फिर इंसुलिन शरीर में बन ही ना रही हो। लेकिन जब ये इंसुलिन का यूनिट हद से ज्यादा बढ़ने लग जाए तो ये अन्य कई बिमारियों की जड़ बन सकती है। हर वख्त हाई डोज़ की दवाइयां और साथ ही इंसुलिन इंसान की उम्र को बढ़ने की जगह घटा रही हैं। आपको जानकरी देंगे की कैसे एक डायबिटिक मरीज ने डाइट को फॉलो करते हुए इंसुलिन और दवाइयां दोनों से ही पीछा छुड़वा लिया है।

Written By: Pragya Jha

इंसुलिन से पाया निजात


इंसुलिन क्या है और इसका उपयोग क्या है? ये समझने के लिए आप हमारी डायबिटीज से जुड़े हुए तमाम और आर्टिकल्स को पढ़ सकते हैं । आज आपको बताते हैं की आखिर कैसे किसी मरीज ने 20 सालों से चल रही इंसुलिन से छुटकारा पाया। डायबिटीज को कभी ना ठीक होने वाली बीमारी के तौर पर देखा जाता है। जिस व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन नहीं बन पाती वो इंसुलिन बाहर से लेता है। लेकिन सोचने की बात है की जिस व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन बन रही है लेकिन उसका उपयोग नहीं हो पा रहा तो उसको इंसुलिन क्यों दी जाती है?

इलाज तो इंसुलिन के उपयोग होने का करना चाहिए। लेकिन इलाज होता है इंसुलिन देने का और इसके बाद जो होता है वो आप सभी जानते हैं। धीरे धीरे इंसुलिन के डोज़ को बढ़ाया जाता है और ऐसे में शरीर कमजोर होने लगता है। अपने दिनचर्या को सुधार कर इंसुलिन से आपको निजात मिल सकता है। ऐसा एक उदाहरण आपके सामने होगा आप उस मरीज के बारे में नीचे दिए हुए लिंक पर जाकर देख सकते हैं।


दवा नहीं आहार से होगी डायबिटीज दूर


कोई भी बीमारी गलत आहार के कारण ही होती है और यही बीमारी ठीक आहार का सेवन करने के बाद सुधर भी जाती है। लेकिन आज कल का आहार कैसा हो चुका ये आप जानते ही है। अब तो लोग धीरे-धीरे आर्गेनिक फसलों की तरफ भी बढ़ रहे हैं लेकिन सबके अगर फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी है। तो ऐसे में क्या कहें और क्या नहीं ये समझने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें।

आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में


डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।


डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486

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