
दिल्ली एयरपोर्ट पर रखरखाव कार्य के चलते 15 जून से 15 सितंबर तक रोजाना 114 उड़ानें रद्द की जाएंगी। साथ ही, 86 उड़ानों का समय बदला जाएगा। यह काम रनवे को बेहतर बनाने और सर्दियों के कोहरे से निपटने के लिए किया जा रहा है।
Written by: Himanshi Prakash, National khabar
दिल्ली एयरपोर्ट से सफर करने वाले यात्रियों के लिए चिंता की खबर है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (DIAL) ने शुक्रवार को घोषणा की है कि 15 जून से 15 सितंबर तक तीन महीने की अवधि में हर दिन 114 उड़ानें रद्द की जाएंगी, जबकि 86 उड़ानों का समय बदला जाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह कदम भीड़ नियंत्रण और संचालन में सुधार के उद्देश्य से उठाया है।
यह फैसला दरअसल रखरखाव कार्य के कारण लिया जा रहा है। 15 जून से 15 सितंबर तक तीन महीनों के लिए एक रनवे को बंद किया जाएगा, जिससे उड़ानों पर असर पड़ेगा। इस निर्णय को लेकर एयरलाइंस और अन्य संबंधित पक्षों के साथ बातचीत हुई, और सभी ने इस पर सहमति जताई है। DIAL ने बताया कि 86 उड़ानों को नॉन-पीक ऑवर्स (गैर-भीड़भाड़ वाले समय) में पुनर्निर्धारित किया गया है ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो।
आने वाले कोहरे के मौसम को ध्यान में रखते हुए, रनवे 28/10 को CAT-IIIB मानक के अनुरूप अपग्रेड किया जाएगा। इस उन्नयन कार्य के दौरान हर दिन 114 उड़ानें (जिसमें 57 आगमन और 57 प्रस्थान शामिल हैं) रद्द की जाएंगी ताकि कार्य सुचारू रूप से पूरा किया जा सके।
डीआईएएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विदेह कुमार जयपुरियार ने शुक्रवार को कहा कि “इस बार हम इस पूरे प्रक्रिया के लिए पहले से कहीं बेहतर तरीके से तैयार हैं। बीते कुछ हफ्तों में सभी हितधारकों से चर्चा और सुझाव लिए गए हैं।” उन्होंने यह भी माना कि पिछले समय में ये जरूरी कार्य नहीं हो पाने की वजह से अप्रैल महीने में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
अप्रैल में क्यों बिगड़ी थी स्थिति?
अप्रैल में जब रनवे 28/10 को अपग्रेड करने की कोशिश की गई, तो यह योजना चार हफ्तों के भीतर ही रद्द करनी पड़ी। इसका कारण था उड़ानों के शेड्यूल में भारी अव्यवस्था। एयरपोर्ट पर रोज़ाना उड़ानों का दबाव इतना बढ़ गया कि वह उसे संभाल नहीं सका। हालात तब और बिगड़ गए जब बेमौसम तेज़ पूरब की हवाएं चलने लगीं, जिससे प्रति घंटे लैंडिंग की क्षमता 42 उड़ानों से घटकर सिर्फ 32 रह गई।