
Bihar Elections: विधानसभा चुनाव से पहले आज बिहार में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा स्थानीय निकायों के चुनाव और उपचुनाव कराए जा रहे हैं। खास बात यह है कि राज्य में पहली बार इन चुनावों के लिए ई-वोटिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। मतदाताओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
Written by Himanshi Prakash , National Khabar
बिहार में पहली बार ई-वोटिंग से नगर निकाय चुनाव, 26 जिलों में 42 निकायों में मतदान
बिहार के 26 जिलों की 42 नगरपालिकाओं में आज नगर निकाय के आम और उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इसमें वार्ड पार्षद के 121, उप मुख्य पार्षद के 08 और मुख्य पार्षद के 07 पदों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। खास बात यह है कि राज्य में पहली बार ऑनलाइन यानी ई-वोटिंग की सुविधा दी गई है।
जो मतदाता मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे अपने मोबाइल से ई-वोटिंग ऐप के जरिए वोट डाल रहे हैं। इसके लिए मतदाताओं ने पहले से पंजीकरण करवाया था। ई-वोटिंग प्रक्रिया सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी।
राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदान प्रक्रिया को स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी और सहभागितापूर्ण बनाने के लिए आयोग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस बार तकनीकी नवाचारों का भी व्यापक इस्तेमाल किया गया है। इसमें ईवीएम से मतदान, मतदाताओं की पहचान के लिए फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS), और मतदान केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित लाइव वेबकास्टिंग जैसी व्यवस्थाएं लागू की गई हैं।
538 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद होगी, 489 मतदान केंद्रों पर हो रहा मतदान
नगरपालिका चुनाव 2025 के तहत राज्य निर्वाचन आयोग ने कुल 489 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। इस चुनावी मुकाबले में कुल 538 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 242 पुरुष और 296 महिलाएं, साथ ही 12 अन्य अभ्यर्थी शामिल हैं।
वहीं, कुल मतदाताओं की संख्या 3,79,674 है। इसमें 1,97,129 पुरुष, 1,82,539 महिला और 12 अन्य मतदाता शामिल हैं, जो आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
बिहार में पहली बार ई-वोटिंग से मतदान, 40 हजार से अधिक मतदाताओं ने कराया रजिस्ट्रेशन
बिहार में पहली बार किसी चुनाव में ऑनलाइन माध्यम से मतदान की शुरुआत हुई है। जो मतदाता किसी कारणवश मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच सकते, उनके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने ई-वोटिंग प्रणाली लागू की है।
आयोग के अनुसार, इस नई प्रणाली के तहत अब तक 40,280 मतदाताओं ने सफलतापूर्वक पंजीकरण कराया है। ये मतदाता घर बैठे ही ‘SECBIHAR’ ई-वोटिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से आज मतदान कर रहे हैं। यह पहली बार है जब राज्य में डिजिटल प्लेटफॉर्म से चुनावी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की तकनीकी पहल की गई है।
मतदान के लिए 2121 कर्मी और 6500 से अधिक पुलिस बल तैनात, संवेदनशील केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग
राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनावों की मतदान प्रक्रिया को सफल, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। आयोग के अनुसार, 489 पीठासीन पदाधिकारी और मतदान दलों में कुल 2121 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई है।
वहीं सुरक्षा व्यवस्था के तहत 1502 पुलिस पदाधिकारी और 5047 सशस्त्र पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। यह व्यवस्था संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष रूप से लागू की गई है।
इन संवेदनशील केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है, ताकि किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। इस वेबकास्टिंग की मॉनिटरिंग जिला, आयोग और निर्वाची पदाधिकारी स्तर पर गठित कंट्रोल रूम से MIS टीम द्वारा लगातार की जा रही है।
“नकली मतदान रोकने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है”
बोगस वोटिंग रोकने हेतु पूर्व निर्वाचनों की भांति प्रत्येक मतदान केन्द्र पर FRS (फेसियल रिकॉग्निशन सिस्टम) से मतदाता का सत्यापन किया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत यदि कोई मतदाता दुबारा मतदान करने आता है तो सत्यापन के क्रम में उसकी पहचान हो जायेगी। फर्जी (बोगस) मतदान का प्रयास होगा विफल, पकड़े जाने पर नगरपालिका अधिनियम, 2007 की धारा 462 तथा आई.पी.सी. 171डी, 171 एफ के तहत कार्रवाई की जाएगी। मतदान केन्द्र पर किसी भी गड़बड़ी की जानकारी, मतदाताओं की शिकायत की सुनवाई निर्वाची पदाधिकारी / जिला/आयोग स्तर पर गठित नियंत्रण कक्ष के माध्यम से संपूर्ण मतदान प्रक्रिया के दौरान की जा रही है।