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“डिग्री नहीं, समाज सेवा का संकल्प है यह दिन” — IVRI दीक्षांत में बोले CM योगी

IVRI दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेधावी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन आपके जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत है। यह केवल एक डिग्री प्राप्त करने का क्षण नहीं, बल्कि समाज की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने की जिम्मेदारी का संकल्प भी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आईवीआरआई के कार्यों और योगदान की सराहना की।

Written by Himanshi Prakash, National Khabar

रविवार को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), बरेली के 11वें दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्थान के 136 वर्षों के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा, “यह संस्थान पशु चिकित्सा और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में देशभर के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है।” उन्होंने नवस्नातक शोधकर्ताओं के योगदान की सराहना करते हुए उनसे ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारस’ के निर्माण में भूमिका निभाने का आह्वान किया।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दी कृषि शिक्षा को ग्रामीण जरूरतों से जोड़ने की सलाह

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कृषि विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि जो विद्यार्थी अपने विभाग में श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं, उन्हें अवश्य ही पुरस्कार मिलना चाहिए। हालांकि, जिन विद्यार्थियों को सम्मान नहीं मिला, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है, बल्कि और अच्छा करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालयों से आग्रह किया कि वे कृषि शिक्षा को ग्रामीण क्षेत्रों की वास्तविक जरूरतों से जोड़ें, ताकि शिक्षा का वास्तविक लाभ समाज तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “क्वालिटी एजुकेशन” के विजन के अनुरूप हमें अपनी कृषि शिक्षा प्रणाली को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाना होगा।

उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश के पाँचों कृषि विश्वविद्यालयों को स्थानीय आवश्यकताओं, चुनौतियों और प्राथमिकताओं को समझना होगा – यही गुणवत्तापूर्ण और प्रासंगिक शिक्षा की आधारशिला है। साथ ही, उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विश्वविद्यालयों को आस-पास के ग्रामीण समुदायों से छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए, क्योंकि यही शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य – समाज की ज़रूरतों के साथ जुड़ाव – को पूरा करने का मार्ग है।

राज्यपाल ने बताया कि अयोध्या स्थित कृषि विश्वविद्यालय को नैक द्वारा A+ ग्रेड प्राप्त हुआ है, जो पूरे देश में शीर्ष पर है। वहीं, मेरठ स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय को A श्रेणी में स्थान मिला है, जो उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली को भारत की प्राचीन और आध्यात्मिक नगरी बताते हुए कहा कि यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से पांचाल देश के नाम से जाना जाता था। उन्होंने बताया कि यहां स्थित सात प्राचीन नाथ मंदिरों को ‘नाथ कॉरिडोर’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। बाबा अलखनाथ, वनखंडीनाथ, त्रिवटीनाथ, तपेश्वरनाथ, मढ़ीनाथ, धोपेश्वरनाथ और श्री पशुपातिनाथ मंदिर न सिर्फ बरेली की सांस्कृतिक पहचान हैं, बल्कि इसकी आध्यात्मिक गरिमा को भी दर्शाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां ये मंदिर बरेली को आध्यात्मिक रूप से विशेष बनाते हैं।

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