मीठी नदी घोटाला: डिनो मोरिया से ED की पूछताछ, 65 करोड़ के स्कैम में आया नाम

बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुए, जहां उनसे 65 करोड़ रुपये के मीठी नदी घोटाले मामले में पूछताछ की गई। ईडी ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया था। इससे पहले उनके घर और ऑफिस पर छापेमारी हो चुकी है। इस बीच एक्टर का ईडी दफ्तर पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घोटाले से जुड़े इस मामले में डिनो मोरिया की भूमिका को लेकर जांच एजेंसी अब गंभीरता से पड़ताल कर रही है।
मनोरंजन डेस्क | नेशनल खबर
65 करोड़ रुपये के मीठी नदी सफाई घोटाले की जांच के तहत बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुंबई कार्यालय में नजर आए। ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था, जहां उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। इस हाई-प्रोफाइल मामले में एजेंसी विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है, और डिनो मोरिया की मौजूदगी ने केस को और भी सुर्खियों में ला दिया है।
जब डिनो मोरिया ईडी ऑफिस के बाहर पहुंचे, तो मीडिया ने उनसे प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की। इस दौरान वह मुस्कराते हुए नजर आए, लेकिन किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। बिना कुछ कहे वह सीधे बैलार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय के अंदर चले गए, जहां उन्हें अपना बयान दर्ज कराना था।
डिनो और उनके भाई के घर-ऑफिस में तलाशी
इस मामले से जुड़े एक्शन के तहत, ईडी ने 6 जून को डिनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो मोरिया के मुंबई स्थित घर और दफ्तरों पर छापेमारी की थी।
डिनो के भाई के आरोपी से जुड़े हैं तार?
डिनो मोरिया के भाई सैंटिनो मोरिया ने ‘यूबीओ राइड्ज प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की एक इलेक्ट्रिक कार्ट कंपनी की सह-स्थापना पुनीता केतन कदम के साथ मिलकर की थी, जो घोटाले में गिरफ्तार किए गए बिचौलिए केतन कदम की पत्नी हैं। केतन कदम पर मीठी नदी की गाद निकालने से जुड़े करोड़ों रुपये के घोटाले में अहम भूमिका निभाने का आरोप है। इसी कड़ी में ईडी ने डिनो मोरिया को पूछताछ के लिए समन भेजा था।
केतन कदम के साथ है रिश्ता
हालांकि डिनो मोरिया का ‘यूबीओ राइड्ज’ में कोई आधिकारिक पद नहीं था, लेकिन केतन कदम के साथ उनके दो दशकों पुराने निजी संबंधों के चलते ईडी की जांच की जद में आ गए हैं। एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस कंपनी में किए गए निवेश और संबंधित संपत्तियां मीठी नदी घोटाले से अर्जित रकम से बनाई गई हैं। इस घोटाले की रकम करीब 65 करोड़ रुपये बताई जा रही है। फिलहाल, डिनो मोरिया ने इस मामले में अपनी किसी भी भूमिका पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है।