डायबिटीज पर लगेगी रोक, बस इन 3 चीजों को आज से ही बदल डालो!

डायबिटीज को नियंत्रित करने का सबसे प्रभावी तरीका है समय रहते पूरी जाँच कराना। इसके साथ ही यह जरूरी है कि आप अपने खाने में इस्तेमाल होने वाले तेल पर ध्यान दें और फलों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें।
Written By: Pragya Jha, National Khabar
डायबिटीज अब एक आम बीमारी नहीं रही, बल्कि यह एक जीवनशैली से जुड़ी गंभीर समस्या बन चुकी है। अधिकतर लोग ये जानते हैं कि उनकी दिनचर्या और खान-पान ऐसा है कि भविष्य में डायबिटीज होना तय है। लेकिन अच्छी बात ये है कि अब लोग डरने की बजाय जागरूक हो रहे हैं। और अगर आप थोड़ा सा भी सतर्क हो जाएं, तो न सिर्फ डायबिटीज को रोक सकते हैं, बल्कि पहले से मौजूद डायबिटीज को भी नियंत्रण में ला सकते हैं।
डायबिटीज को रोकने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका क्या है?
सिर्फ 3 बदलाव आपकी ज़िंदगी बदल सकते हैं – तेल, फल और पूर्ण जाँच।
- पूर्ण जाँच ज़रूरी है, ताकि आप सिर्फ लक्षण नहीं, असली स्थिति जान सकें
डायबिटीज से पीड़ित अधिकतर लोग सिर्फ ब्लड शुगर की जांच कराते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि डायबिटीज की कुल 6 महत्वपूर्ण जाँचें होती हैं, जो किसी भी डायबिटिक मरीज को जरूर करानी चाहिए।
इन जांचों से न सिर्फ डायग्नोसिस होता है, बल्कि यह भी समझ आता है कि शरीर के किन-किन हिस्सों पर असर हो रहा है और आगे की सावधानियाँ क्या होनी चाहिए।
समय रहते ये जांचें करा लेने से बीमारी को पकड़ना आसान होता है और इलाज भी प्रभावी होता है। - तेल – सही चयन नहीं किया तो बन सकते हैं डायबिटीज के शिकार
हर रसोई में इस्तेमाल होने वाला खाने का तेल आपकी सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन बन सकता है।
शोधकर्ता डॉ. एस. कुमार के अनुसार, जब तेल अधिक तापमान पर गर्म होता है तो उससे निकलने वाला धुआं आपके शरीर की कोशिकाओं (cells) पर एक परत बना देता है। यह परत सेल्स तक ग्लूकोज पहुंचने से रोकती है, जिसके कारण आपकी ब्लड शुगर बढ़ने लगती है। यही स्थिति आगे चलकर डायबिटीज का रूप लेती है।
इसलिए यह जानना जरूरी है कि आप कौन सा तेल इस्तेमाल कर रहे हैं और कितना गर्म कर रहे हैं। कम धुआं निकलने वाले, कोल्ड-प्रेस्ड या फिल्टर्ड तेलों का उपयोग करना बेहतर रहेगा। - फल – मीठा जहर, जिसे सेहतमंद समझा जाता है
अक्सर कहा जाता है कि डायबिटीज के मरीजों को फल खा सकते हैं, लेकिन सीमित मात्रा में। लेकिन डॉ. एस. कुमार का दावा इससे बिल्कुल अलग है। उनका कहना है कि फल सिर्फ डायबिटिक मरीजों के लिए नहीं, बल्कि किसी के लिए भी लाभकारी नहीं होते।
क्योंकि फलों में मौजूद फ्रुक्टोज भी एक प्रकार की शुगर ही है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकती है।
डॉ. कुमार सलाह देते हैं कि फलों की जगह ड्राई फ्रूट्स को डाइट में शामिल किया जाए, क्योंकि उनमें फाइबर और पोषण अधिक होता है और शुगर का प्रभाव कम।
क्या आलू खा सकते हैं डायबिटीज के मरीज?
अधिकतर डॉक्टर और डाइट चार्ट्स में आलू खाने से मना किया जाता है, लेकिन शोधकर्ता डॉ. एस. कुमार का दावा है कि आलू को पूरी तरह से हटाना सही नहीं है।
अगर आलू को सही तरीके से पकाया जाए और सीमित मात्रा में खाया जाए, तो डायबिटीज के मरीज भी इसे खा सकते हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि उसकी तैयारी कैसे की जाए, क्या जोड़ा जाए, और कितनी मात्रा में खाया जाए।
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं।। डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ-साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं, साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं।। डायबिटीज की दुनिया में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं, डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं। यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर पर कॉल करें:: +91 9372166486