Blood Sugar कंट्रोल में शाम की एक्सरसाइज सबसे असरदार: स्टडी का दावा
रिसर्च में यह सामने आया है कि दिन के एक खास समय पर की गई एक्सरसाइज ब्लड शुगर को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।

क्या आप जानते हैं कि एक्सरसाइज करने का सही समय (Right Time to Exercise) आपकी सेहत पर गहरा प्रभाव डाल सकता है? खासकर जब बात Blood Sugar कंट्रोल की हो। जी हां, एक रिसर्च में यह सामने आया है कि दिन के एक खास समय पर की गई एक्सरसाइज ब्लड शुगर को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। आइए जानते हैं वह कौन-सा समय है।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए नियमित व्यायाम बेहद असरदार होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्सरसाइज का समय भी इसके प्रभाव को बदल सकता है? जी हां, अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं या आपको इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या है, तो शाम के समय किया गया व्यायाम आपके लिए अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है।
एक स्टडी में यह पाया गया है कि शाम के समय एक्सरसाइज करना (Best Exercise Time for Blood Sugar) ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में ज्यादा प्रभावी हो सकता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो टाइप-2 डायबिटीज के खतरे में हैं या इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या से जूझ रहे हैं। आइए जानते हैं इस विषय में विस्तार से।
स्टडी में क्या सामने आया?
इस शोध में पाया गया कि शाम के समय मॉडरेट से लेकर हाई इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज करने से पूरे दिन का ब्लड शुगर लेवल कम बना रहता है। यह असर खासतौर पर उन वयस्कों में देखा गया जो अधिक वजन से ग्रस्त हैं, मोटापे का सामना कर रहे हैं या जिनकी जीवनशैली ज्यादातर बैठकर बिताने वाली है। रिसर्चर्स के मुताबिक, शाम के वक्त की गई एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाती है और रातभर ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखने में मदद करती है।
शाम का समय क्यों होता है ज्यादा फायदेमंद?
- इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार:
शाम के समय हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ने लगता है, खासकर अगर दिनभर शारीरिक गतिविधि कम रही हो। ऐसे में इस समय एक्सरसाइज करने से शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है, जिससे ग्लूकोज का बेहतर तरीके से उपयोग हो पाता है। - डिनर के बाद ब्लड शुगर स्पाइक पर कंट्रोल:
डिनर अक्सर दिन का सबसे भारी भोजन होता है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक हो सकती है। शाम को एक्सरसाइज करने से खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ने से रोका जा सकता है। - रातभर ब्लड शुगर को संतुलित रखना:
नींद के दौरान ब्लड शुगर का स्तर अस्थिर हो सकता है—कभी बहुत बढ़ सकता है या अचानक गिर सकता है। शाम की एक्सरसाइज लिवर और मांसपेशियों में ग्लूकोज के भंडारण को बेहतर बनाती है, जिससे रातभर ब्लड शुगर लेवल ज्यादा स्थिर बना रहता है।
कैसी एक्सरसाइज करें?
स्टडी के अनुसार, मॉडरेट से लेकर विगरस इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। आप इनमें से किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं:
ब्रिस्क वॉक या जॉगिंग:
रोज़ाना 30 से 45 मिनट तेज़ कदमों से चलना या हल्की जॉगिंग करना, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का प्रभावी तरीका है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग:
वेट लिफ्टिंग या बॉडीवेट एक्सरसाइज जैसे पुश-अप्स, स्क्वैट्स, प्लैंक आदि मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और ग्लूकोज उपयोग में मदद करते हैं।
योग और स्ट्रेचिंग:
तनाव कम करने और ब्लड शुगर को संतुलित रखने में सहायक। यह खासतौर पर इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर करता है।
साइक्लिंग या स्विमिंग:
कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए बेहतरीन विकल्प हैं और फैट बर्निंग के साथ ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
सिर्फ सही समय पर एक्सरसाइज करना ही नहीं, बल्कि उसे नियमित रूप से करना भी बेहद जरूरी है। बेहतर होगा कि आप अपना वर्कआउट रूटीन किसी डॉक्टर या फिटनेस एक्सपर्ट की सलाह से तय करें।
इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है
एक्सरसाइज का सही समय चुनने के साथ-साथ इसे नियमित रूप से करना भी बेहद जरूरी है। बेहतर परिणामों के लिए अपनी फिटनेस योजना किसी डॉक्टर या फिटनेस एक्सपर्ट की सलाह से ही तैयार करें।
साथ ही, डायबिटीज के मरीजों को व्यायाम से पहले और बाद में अपना ब्लड शुगर लेवल ज़रूर चेक करना चाहिए, ताकि हाइपोग्लाइसीमिया यानी लो ब्लड शुगर की स्थिति से बचाव किया जा सके।