Rheumatoid Arthritis: युवाओं में तेजी से बढ़ रही जोड़ों की यह बीमारी

Rheumatoid Arthritis (RA) एक गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी है, जो मुख्य रूप से जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न का कारण बनती है। हाल के वर्षों में यह बीमारी खासतौर पर युवाओं में तेजी से बढ़ती दिख रही है। एनल्स ऑफ द रुमेटिक डिजीज नामक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, वर्ष 2021 में दुनियाभर में करीब 1.8 करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए, जिनमें युवाओं की संख्या काफी अधिक थी।
Written by Himanshi Prakash , National Khabar
यह आंकड़ा 1990 की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह विश्लेषण ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (GBD) के 953 वैश्विक और क्षेत्रीय डाटा सेट्स के आधार पर किया गया, जिसमें आधुनिक डीप लर्निंग तकनीक का उपयोग किया गया। रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि रुमेटॉइड आर्थराइटिस का वैश्विक बोझ लगातार बढ़ रहा है, खासकर उन देशों में जहां जीवनशैली असंतुलित है।
लाइफस्टाइल और धूम्रपान प्रमुख कारण
अध्ययन में बताया गया कि आयरलैंड और न्यूजीलैंड जैसे देशों में इस बीमारी की दर अन्य देशों की तुलना में अधिक है। इसका मुख्य कारण वहां की जीवनशैली और धूम्रपान की उच्च दर है। खराब खानपान, अत्यधिक प्रोटीन का सेवन और शारीरिक गतिविधियों की कमी भी इस बीमारी के पीछे प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। जब शरीर में अधिक प्रोटीन टूटकर प्यूरिन में बदलता है, तो यह यूरिक एसिड में परिवर्तित होकर बाहर निकलता है। लेकिन जब इसकी मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होकर दर्द और सूजन पैदा करता है।
2040 तक बढ़ सकते हैं मामले
लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज के शोधकर्ता क्यूरन लिन का कहना है कि यदि यही रुझान जारी रहा, तो 2040 तक रुमेटॉइड आर्थराइटिस के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। पहले की रिसर्च में भी यह बात सामने आ चुकी है कि यह बीमारी बड़ी हद तक जीवनशैली से जुड़ी है।
लक्षण और असर
RA के लक्षणों में जोड़ों में सूजन, दर्द, कठोरता के साथ-साथ थकान, बुखार और वजन में गिरावट शामिल हो सकते हैं। यह रोग अक्सर शरीर के दोनों तरफ एक समान जोड़ों (जैसे दोनों घुटने, दोनों हाथ) को प्रभावित करता है। गंभीर मामलों में यह बीमारी हृदय, फेफड़े और आंखों जैसे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
क्या है सिनोवियम?
RA में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों की भीतरी परत सिनोवियम पर हमला कर देती है। सिनोवियम एक झिल्ली होती है जो जोड़ों को ढकती है और चिकनाई प्रदान करने वाला सिनोवियल द्रव बनाती है। इस परत की सूजन ही RA का प्रमुख कारण बनती है।
बचाव के उपाय –
इस बीमारी से बचने के लिए कुछ आदतें काफी मददगार हो सकती हैं:
- नियमित रूप से व्यायाम करना
- संतुलित और पौष्टिक आहार लेना
- हरी पत्तेदार सब्जियां और ताजे फल शामिल करना
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाना
रुमेटॉइड आर्थराइटिस अब सिर्फ वृद्धों की बीमारी नहीं रह गई है। युवाओं में भी इसके बढ़ते मामले एक चिंता का विषय हैं और इससे निपटने के लिए समय रहते सचेत होना बेहद जरूरी है।