50 की उम्र में 25 का दिखने के लिए अपनाए ये योगासन

बढ़ती उम्र में शरीर जवाब देने लगता है, कमर में दर्द, वजन बढ़ना, हड्डियों में दर्द इन सब बीमारियों के लिए डॉक्टर आपको दवाई देते हैं जो कुछ समय तक असरदार हो सकती है, लेकिन इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे योग के जरिए आप खुद को बिल्कुल फिट रख सकते हैं।
Written by: Himanshi Prakash, National Khabar
32 की उम्र के बाद शरीर में कई अहम बदलाव आने लगते हैं – जैसे हड्डियों का कमजोर होना, मेटाबॉलिज्म का धीमा पड़ना, और मांसपेशियों की लचीलापन घट जाना। इसके चलते थकान, वजन बढ़ना और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं। ऐसे में इन बदलावों से निपटने और शरीर को फिट बनाए रखने के लिए योग एक बेहतरीन उपाय साबित हो सकता है। योग न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करता है। इसलिए हर दिन सुबह कुछ मिनट योग जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसे 4 योगासन जो 32 की उम्र के बाद नियमित रूप से करने चाहिए।
सूर्य नमस्कार (Sun Salutation)
सूर्य नमस्कार योग का एक सम्पूर्ण अभ्यास है, जिसमें कुल 12 आसन होते हैं। यह पूरे शरीर को सक्रिय करता है, रक्त संचार को बेहतर बनाता है और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने से वजन नियंत्रित रहता है, पाचन तंत्र स्वस्थ होता है और तनाव व चिंता में भी कमी आती है।
भुजंगासन (Cobra Pose)
यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसे करने से पीठ दर्द में आराम मिलता है, फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है और पेट की मांसपेशियों पर खिंचाव से अतिरिक्त चर्बी भी कम होती है।
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन शरीर का संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है और पैरों व कमर की ताकत को बढ़ाता है। यह आसन कमर दर्द को दूर करने में मदद करता है और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। साथ ही, नियमित अभ्यास से एकाग्रता और मानसिक फोकस में भी सुधार होता है।
शवासन (Corpse Pose)
शवासन को योग सत्र के अंत में किया जाता है ताकि शरीर और मन पूरी तरह से विश्राम कर सकें। यह आसन तनाव और चिंता को कम करता है, मानसिक शांति प्रदान करता है और दिनभर की शारीरिक थकान को दूर करता है।