डायबिटीज ना कभी थी और ना कभी होगी…आखिर कैसे ?
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
1- डायबिटीज ना कभी थी ना होगी
2- पूरे टेस्ट नहीं कराए जा रहें है
3– 0.8 के ऊपर अगर C – Peptide है तो डायबिटीज नहीं है
एप्रोप्रियेट डाइट थेरपी सेंटर में पहले विजिट पर संतुष्ट हुए मरीज
सालों से डायबिटीज की दवा लेते हुए परेशां हो चुके हैं और इंसुलिन लेते हुए थक चुके हैं | लेकिन क्या कभी सुना है की कोई पेशेंट अपनी पेहलीही विजिट में ये बोले की में संतुस्ट हूँ | एक ऐसे पेशेंट जो पिछले 14 सालों से डायबिटीज की दवा ले रहे थे और हर बड़े हस्पताल में ट्रीटमेंट करा चुके थे लेकिन असर नहीं हुआ | एप्रोप्रियेट डाइट थेरपी सेंटर लोगों के लिए विश्वास की एक ऐसी जगह बनता जा रहा है जहाँ पर पहली बार जाते ही पेशेंट ने कहा की आज उन्हें कुछ अराम मिल रहा है|
अतिरिक्त जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करे
डायबिटीज एक ऐसी महामारी है जो लगातार फैलती ही जा रही है | भारत में 60 % लोग हर साल डायबिटीज के मरीज बन जाते हैं | 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में डायबिटीज के चलते 7 लाख लोगों की मौत एक साल के अंदर हुई | ये एक बहुत बड़ा आंकड़ा है जिससे निजात पाना बहुत जरुरी है और और इसी को ध्यान में रखते हुए एप्रोप्रियेट डाइट थेरपी सेंटर द्वारा एक मुहीम को लाया जा रहा है जिसका नाम है ” Free Diabetes India “.
अब जानते हैं एप्रोप्रियेट डाइट थेरपी सेंटर के संस्थापक साइंटिस्ट डॉ. एस कुमार के बारे में
.डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 937216648