Cash and Query case: महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द, इससे पहले भी 4 पार्टियों के 11 सांसदों की सांसदी रद्द क्या है कहानी ?
TMC नेता Mahua Moitra की cash and query case के चलते सांसदी रद्द की गयी है। लोकसभा में पूर्ण बहुमत के साथ महुआ मोइत्रा के खिलाफ वोटिंग की गयी है। 18 साल पहले भी Cash and Query Case में 11 सांसद निष्कासित किए गए थे ।
written by: Pragya Jha
एक ही नहीं दो आरोपों से घिरी Mahua Moitra
TMC नेता महुआ मोइत्रा की सांसदी को शुक्रवार को रद्द कर दिया गया। संसद की एथिक्स समिति ने इस केस पर चर्चा करने की अपील की थी। Ethics Committee ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट भी दी। इसके बाद लोकसभा में बहुमत से वोटिंग मोइत्रा के खिलाफ हुई। महुआ मोइत्रा पर आरोप हैं की उन्होंने पैसे लेकर सवाल किए थे।
दरअसल उन पर सिर्फ Cash and Query Case ही नहीं है। मोइत्रा पर संवेदनशील जानकारी वाला संसदीय लॉगिन पासवर्ड को शेयर करने का भी आरोप है। अगर बात Cash and Query case की करें तो वर्ष 2018-23 में मोइत्रा के लॉगिन से 61 बार सवाल पूछे गए। ये सारे सवाल मोइत्रा की तरफ से दर्शन हीरानंदानी ने पूछे थे।
18 साल पहले भी 11 सांसदों पर कसी थी नकेल
महुआ मोइत्रा की सांसदी जाना कोई पहली घटना नहीं है जो देश में हुई है। इससे पहले वर्ष 2005 में 4 पार्टी के 11 सांसदों पर भी एक्शन हुआ था। मीडिया ने स्टिंग ऑपरेशन किया जिसमें BJP, Congress, RJD, और BSP के 11 सांसद पैसे लेकर सवाल पूछते पाए गए थे।
दरअसल 12 दिसंबर 2005 को किसी काल्पनिक संस्था के अधिकारी बनकर मीडिया के कुछ लोगो इन सांसदों से मिले और उस संस्था पर सवाल पूछने को कहा और इसके लिए उन्हें पैसे दिए। साथ ही उस दौरान जो भी हुआ उसकी वीडियो बना ली।
इसके बाद क्या हुआ ?
इसके बाद जब ये मामला सामने आया तो 25 दिसंबर को इन सभी सांसदों की सांसदी को रद्द कर दिया गया। इस पूरे मामले में BJP के 6 BSP के 3 और RJD & congress के एक एक सांसद शामिल थे। इस मामले के सामने आने पर BJP सांसद से बैकऑउट कर गयी थी और विपक्ष के नेता Lal Krishna Advani ने कहा था की सांसदों ने जो किया वो बेशक भ्रष्टाचार में शामिल है, लेकिन निष्कासन काफी बड़ी सजा है।