लॉ कॉलेज की छात्रा से गैंगरेप: शादी से इनकार करने पर छात्र नेता ने रची घिनौनी साजिश

कोलकाता पुलिस ने साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के एक पूर्व छात्र और दो मौजूदा छात्रों समेत तीन युवकों को कथित सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह वारदात कथित तौर पर कॉलेज परिसर स्थित कस्बा इलाके में हुई थी। अब पीड़ित छात्रा की शिकायत के आधार पर इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
Written by Himanshi Prakash , National Khabar
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के कस्बा इलाके में लॉ छात्रा से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नया खुलासा हुआ है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी और तृणमूल छात्र परिषद के नेता मोनोजीत मिश्रा ने पहले उससे शादी का प्रस्ताव रखा था, जिसे ठुकराने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर यह घिनौनी वारदात अंजाम दी।
इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है—मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा (31), जो कॉलेज का पूर्व छात्र है, और दो मौजूदा छात्र जैब अहमद (19) और प्रोमित मुखोपाध्याय (20)। तीनों को कोर्ट ने चार दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। पीड़िता का बयान न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया गया है, और मेडिकल जांच में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर छात्रा से मारपीट, फिर गार्ड रूम में ले जाकर की दरिंदगी
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई इस घटना ने एक बार फिर लोगों को पिछले साल अगस्त में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा से दुष्कर्म और हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात की याद दिला दी है।
पीड़ित विधि छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि जब उसने तृणमूल छात्र नेता मोनोजीत मिश्रा के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो वह आगबबूला हो गया और अपने दो साथियों के साथ मिलकर पहले उसकी बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद तीनों ने उसे घसीटते हुए कॉलेज के गार्ड रूम में ले जाया, जहां मोनोजीत ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
गार्ड रूम में दरिंदगी करता रहा छात्र नेता, साथी देते रहे पहरा
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि जब मोनोजीत गार्ड रूम में उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था, उस वक्त बाकी दो आरोपी बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहे थे। आरोप है कि कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया था और सुरक्षा गार्ड को बाहर ही बैठा दिया गया, ताकि कोई अंदर न आ सके।
दुष्कर्म का वीडियो बनाया, शिकायत पर वायरल करने की धमकी
छात्रा के अनुसार, मोनोजीत और उसके साथियों ने इस घिनौनी हरकत का वीडियो भी मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किया। जब छात्रा ने शिकायत करने की बात कही तो आरोपियों ने उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी। पुलिस ने तीनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
तीन घंटे तक जारी रही हैवानियत
एफआईआर के मुताबिक, 25 जून की शाम को यह पूरी घटना कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय के पास स्थित गार्ड रूम में हुई। तीनों आरोपियों ने मिलकर छात्रा को तीन घंटे से अधिक समय तक प्रताड़ित किया। इसके बाद पीड़िता ने साहस जुटाकर कस्बा थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने अब तक गार्ड रूम को सील कर दिया है।
कथित छात्र नेता निकला पेशेवर वकील
मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा दक्षिण कोलकाता में टीएमसी छात्र परिषद की इकाई का पूर्व अध्यक्ष और संगठन सचिव रह चुका है। सोशल मीडिया प्रोफाइल और कॉलेज रिकॉर्ड के अनुसार, वह पेशे से वकील है और जिले की अदालत में आपराधिक मामलों की पैरवी करता है। इसके अलावा, कॉलेज में उसे 45 दिनों के लिए एक अस्थायी गैर-शिक्षण कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त को पत्र भेजा है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही पीड़िता को उचित मुआवजा, चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक सहायता और कानूनी मदद दिलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। आयोग ने तीन दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।