कानपुर: 5 दिन से लापता रेलवे अधीक्षक का शव घर के पास नाले में मिला

कानपुर में रेलवे मुख्यालय के अधीक्षक लक्ष्मी नारायण का शव बरामद हुआ है। वे 5 जुलाई से लापता थे। दिव्यांग लक्ष्मी नारायण ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन दफ्तर नहीं पहुंचे। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट नौबस्ता थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से उनकी तलाश में जुटी हुई थी।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
रेलवे मुख्य कार्यालय के अधीक्षक लक्ष्मी नारायण (58), जो 5 जुलाई को ड्यूटी के लिए घर से निकले थे, का शव घर के पास ही एक नाले से बरामद हुआ। वह गोविंदपुरी स्टेशन के सीनियर सीसी विभाग में कार्यरत थे। परिजनों ने आशंका जताते हुए नौबस्ता थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार को जानकारी दी। आवास विकास, हंसपुरम निवासी लक्ष्मी नारायण की बड़ी बेटी दीक्षा गुप्ता ने बताया कि 5 जुलाई की सुबह 9 बजे वह अपनी दैनिक दिनचर्या के अनुसार टिफिन लेकर पैदल ही कार्यालय के लिए रवाना हुए थे। लेकिन सामान्य समय से देरी होने पर जब 11:30 बजे तक भी वह कार्यालय नहीं पहुंचे, तो चिंतित सहकर्मियों ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, पर उनका मोबाइल फोन नेटवर्क से बाहर दिखाई दे रहा था।
इसके बाद परिजनों ने रिश्तेदारों, दोस्तों और रेलवे कर्मचारियों से भी पता किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। घर के पास लगे एक सीसीटीवी में वह पैदल जाते दिखे, और नौबस्ता बाइपास पर एक ऑटो में बैठते भी नजर आए। परिवार ने कई जगह पोस्टर भी लगाए, जिनमें उन्हें ढूंढने वाले को 11 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। उत्तर-मध्य रेलवे के जीएमसी ने नौबस्ता पुलिस को पत्र लिखकर लापता लक्ष्मी नारायण के सीयूजी नंबर को सर्विलांस पर लगाने और उनकी तलाश तेज करने की मांग भी की थी।