राज्यबिहार

गोपालगंज में किशोरियों के अपहरण के मामले बढ़े, छह महीने में 65 केस दर्ज

जिले में किशोरियों के अपहरण के मामले खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं। पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार, मासिक 10-12 नए केस (अपहरण/धारा 363 IPC) दर्ज हो रहे हैं – जो पिछले वर्ष की तुलना में 25% अधिक है।

सिर्फ 2025 के पहले छह महीनों में ही 65 अपहरण के मामले सामने आ चुके हैं।

Written by Himanshi Prakash, National Khabar

कोचिंग, स्कूल और कॉलेज जाने वाली किशोरियों के अपहरण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।थानों से लेकर अदालत तक दर्ज आपराधिक मामलों में किशोरियों के अपहरण के केस बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने औसतन 10 से 12 नाबालिग लड़कियों के अपहरण के मामले दर्ज होते हैं। हालांकि, इनमें से ज्यादातर बाद में प्रेम-प्रसंग से जुड़े पाए जाते हैं।
पुलिस भी इन बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता में है। साल 2025 के शुरुआती छह महीनों में ही 65 किशोरियों के अपहरण के मामले दर्ज हो चुके हैं।
अब हालात यह हो गए हैं कि हर साल औसतन 100 से 120 किशोरियों के अपहरण के मामले दर्ज हो रहे हैं। इसके अलावा भी कई घटनाएं होती हैं, लेकिन सामाजिक शर्म और बदनामी के डर से वे मामले न तो थाने तक पहुंचते हैं और न ही अदालत में दर्ज हो पाते हैं।

ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ीं घटनाएं
पिछले पांच साल के आंकड़ों के मुताबिक, किशोरियों के अपहरण के मामले अब शहरी इलाकों की तरह ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेजी से बढ़े हैं। खासकर गांवों में, जब किशोरियां शौच के लिए घर से बाहर जाती हैं, तब ऐसी घटनाएं ज्यादा देखने को मिलती हैं।
अधिकांश मामलों में अपहरण के पीछे प्रेम-प्रसंग ही निकलता है। बरामदगी के बाद जब किशोरियों को कोर्ट में बयान के लिए पेश किया जाता है, तो वे खुद ही प्रेम-प्रसंग की बात स्वीकार कर लेती हैं।

केसों का बढ़ता बोझ
लड़कियों के अपहरण के ज्यादातर मामलों में अंततः दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाता है। न्यायालय के आंकड़े बताते हैं कि शुरुआत में पीड़ित पक्ष द्वारा थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई जाती है।
लेकिन लड़की के बरामद होने के बाद, करीब आधे से ज्यादा मामलों में दोनों पक्ष आपसी सहमति से मामला निपटा लेते हैं।गोपालगंज में किशोरियों के अपहरण के मामलों में खतरनाक बढ़ोतरी देखी जा रही है। पुलिस रिकॉर्ड्स के मुताबिक, जिले में हर महीने 10-12 नए केस दर्ज हो रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर प्रेम के नाम पर किए गए अपहरण शामिल हैं।

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