सोमवार को शिवलिंग पर क्यों चढ़ाएं घी? जानें सही तरीका, मंत्र और चमत्कारी असर

यदि आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं और जीवन की परेशानियों से छुटकारा चाहते हैं, तो शिवलिंग पर घी अर्पित करने का यह आसान और प्रभावी उपाय अवश्य करें।
धर्म डेस्क | नेशनल खबर
शिवलिंग पर घी चढ़ाने के नियम, लाभ और मंत्र — जानिए सही तरीका
हिंदू धर्म में भगवान शिव को सबसे सरल, दयालु और जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माना जाता है। उनके निराकार स्वरूप, शिवलिंग की पूजा विशेष रूप से फलदायक होती है। लेकिन शिवलिंग की पूजा करते समय क्या अर्पित करना चाहिए और क्या नहीं, इसके कुछ नियम बताए गए हैं। अक्सर लोग यह जानना चाहते हैं कि शिवलिंग पर घी चढ़ाना उचित है या नहीं और इसके क्या फायदे होते हैं। इस लेख में हम इसी विषय को विस्तार से समझेंगे।
क्या शिवलिंग पर घी चढ़ाना उचित है?
जी हां, शिवलिंग पर घी चढ़ाना पूरी तरह से धार्मिक रूप से मान्य और शुभ माना जाता है। शास्त्रों और पुरानी मान्यताओं के अनुसार घी भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और यह उन्हें प्रसन्न करने का एक पवित्र माध्यम है। विशेष रूप से मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याओं या दुर्भाग्य से जूझ रहे लोगों के लिए घी से अभिषेक करना अत्यंत लाभकारी बताया गया है।
शिवलिंग पर घी कब और कैसे चढ़ाएं?
शिवलिंग पर घी अर्पण करने के लिए सोमवार का दिन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और मंदिर जाएं।
पहले शिवलिंग पर स्वच्छ जल चढ़ाएं।
इसके बाद पंचामृत से अभिषेक करें।
फिर शुद्ध गाय का घी धीरे-धीरे और पूरी श्रद्धा के साथ शिवलिंग पर अर्पित करें।
ध्यान रहे कि घी को एक पतली धार में अर्पित करना चाहिए।
घी चढ़ाने के मुख्य लाभ
- मन की शांति और तेज बुद्धि — घी चढ़ाने से मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है।
- दुर्भाग्य दूर होता है — बार-बार आने वाली समस्याओं और रुकावटों से छुटकारा मिलता है।
- घर में सुख-शांति बनी रहती है — नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर का वातावरण सुखमय होता है।
- मानसिक तनाव कम होता है — मन हल्का होता है और नींद की समस्याओं में भी राहत मिलती है।
- आकर्षण और आत्मविश्वास बढ़ता है — व्यक्तित्व में निखार आता है और लोग आपकी बातों को महत्व देने लगते हैं।
घी चढ़ाते समय कौन से मंत्र बोलें?
घी अर्पित करते समय निम्न मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी होता है —
- ॐ नमः शिवाय
- ॐ सोमेश्वराय नमः
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
इन मंत्रों का जाप श्रद्धा से करते हुए घी चढ़ाने से पुण्य और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
किन बातों का ध्यान रखें?
- शाम या रात के समय शिवलिंग पर घी अर्पित न करें।
- घी चढ़ाते समय हाथ साफ हों और मन शांत रहे।
- तांबे या कांसे के पात्र का उपयोग करें।
- घी शुद्ध हो और अधूरा या जूठा न हो।
इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। नेशनल ख़बर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।