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Kidney Stone Treatment, Symptoms, Causes, Types, Diagnosis, and Prevention

किडनी स्टोन जिसे गुर्दे की पथरी के नाम से भी जाना जाता है। ये कोई असली का पत्थर या कंकड़ नहीं होता ये खनिज पदार्थों और अन्य पदार्थों से बना हुआ क्रिस्टल होता है , जो एक जगह जमा होने से पथरी का रूप ले लेता है। किडनी की पथरी मूत्र मार्ग से खुद ब खुद बहार आ जाती है, लेकिन ये प्रक्रिया अपने आप में अत्यंत कष्टदाई होती है। अगर ये पथरी अपने आप मूत्र मार्ग से बहार न निकले तो इसे निकालने के लिए या तोड़ने के लिए सर्जरी या दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। किडनी स्टोन के मरीजों को आकर पेट में अत्यंत दर्द बना रहता है, पेशाप नाली के द्वारा खून आना, और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

किडनी स्टोन के प्रकार:

किडनी स्टोन मुख्यतः 4 प्रकार के होते हैं और ये उनके नार्मन के कारणों पर निर्भर करता है जो निम्न हैं :

  • कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन: ये सबसे आम प्रकार के होते हैं और शरीर में कैल्शियम और ऑक्सलेट की अधिकता से बनते हैं। ये शरीर में कैल्शियम और ऑक्सलेट की अधिक मात्रा के कारण बनता है। ये आम तौर पर बहुत कॉमन स्टोन है जो अधिकतर लोगों को हो सकता है।
  • स्ट्रुवाइट स्टोन: यह आमतौर पर यूरिनरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन के कारण हो सकता है। इसमें स्टोन के आकर काफी अलग अलग होता होते हैं। ये स्टोन का मुख्य कारण बैक्टीरिया है। ये बैक्टीरिया यूरिन को काम एसिडिक बना देता है जिससे स्टोन होने का खतरा बना रहता है।
  • यूरिक एसिड स्टोन : ये स्टोन तब होता है जब यूरिन अधिक अम्लीय हो जाता है। ये स्थिति तब उत्पन्न होती है जब मांसाहारी भोजन या यूँ कहीं की अधिक मात्रा में प्रोटीन वाले भोजन का सेवन कोई व्यक्ति करता है। जैसे मांस, मच्छी, साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें स्टोन का खतरा बढ़ जाता है।
  • सिस्टिन स्टोन: सिस्टीन स्टोन ये दुर्लभ स्टोन है जो जेनेटिक भी हो सकता है। इसे सिस्टिनूरिया कहते हैं जिसमें सिस्टीन नमक एमिनो एसिड लीक होता है। जिससे स्टोन बनने का खतरा अबना रहता है।

Symptoms:

किडनी स्टोन के लक्षण हर एक व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। लेकिन आम तौर पर जो लक्षण देखे जाते हैं उसपे चर्चा करते हैं।

  • १ तेज दर्द : ये लक्षण अमूमन लोगों में नज़र आता है। पेट या पीठ के नीचले जिससे में तेज दर्ज होना। कभी कभी ये दर्द इतना बढ़ जाता है की असहनीय बन जाता है। ये दर्द पीठ के नीचले जिससे से शुरू होकर पैर, जांघ और कमर तक रहता है।
  • मूत्र में खून: स्टूल के दौरान लगातार मूत्र मार्ग से खून आना। उसका कारण है की पथरी आपके मूत्र मार्ग में चोट पहुंचे स्काक्ता है जिसके कारन खून आता है।
  • बार-बार पेशाब आना: स्टोन के कारण मूत्राशय पर दबाव पड़ता है, जिससे बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती है।
  • उल्टी और मितली: दर्द के साथ-साथ उल्टी और मितली भी हो सकती है।
  • जलन या दर्द : पेशाप करने के दौरान जलन या दर्द का अनुभव होना भी एक मुख्य कारणों में से एक है।
  • बुखारा या ठंढ : किडनी स्टोन के दौरान यूरिनरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन होने के कारण बुखार या ठंढ लगने की स्थिति बानी रहती है।

Tests:

किडनी स्टोन के निदान के लिए विभिन्न परीक्षण किए जा सकते हैं:

  • बॉडी चेकउप : डॉक्टर पहले रोगी के लक्षणों का निरीक्षण करते हैं और शारीरिक परीक्षण करते हैं।
  • यूरिन टेस्ट : यह परीक्षण मूत्र में खनिजों और अन्य अवशेषों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।
  • छवि परीक्षण : जैसे कि एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, या सीटी स्कैन, ये स्टोन की स्थिति और आकार को देखने में मदद करते हैं।
  • ब्लड टेस्ट्स : यह परीक्षण रक्त में खनिजों और अन्य पदार्थों के स्तर का निर्धारण करता है।

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Prevention:

यूँ तो किडनी स्टोन में डॉक्टर को दिखाना जरुरी है। लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण सही जीवनशैली और सही आहार का सेवन करना जरुरी है। किडनी स्टोन को दवाइयों और सर्जरी के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। लेकिन किडनी स्टोन न हो इसके लिए कई चीजों का ध्यान रखना जरुरी है। जैसे की :

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीना : किसी भी चीजों की अति आपको नुकसान दे सकती है लेकिन पर्याप्त मात्रा में की गयी कोई भी चीजों आपको नुकसान नहीं देती है। जैसी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जो किडनी स्टोन से बचने में मददत करता है। पर्याप्त मित्र में पानी आपकी हाइड्रेट तो रखता ही है साथ ही ये किडनी स्टोन को बहार निकलने में भी मद्दत करता है।
  • संतुलित आहार का सेवन : किडनी के मरीजों के लिए संतुलित मात्रा में किया गया आहार ही किडनी स्टोन से बचा सकता है। यानि अधिक प्रोटीन वाला खाना खाने से बचें, पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन करना भी जरुरी है।
  • नियमित व्यायाम : किडनी स्टोन के मरीजों को नियमित व्यायाम और स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना चाहिए। ये न सिर्फ आपके शरीर को ठीक रखेंगे बल्कि ये आपको किडनी स्टोन और अन्य दिक्कतों से भी बचाएगा। मोटापे से बचें का प्रयास करें और अधिक से अधिक अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। बिना सोचे या जाने किसीभी दवा का सेवन न करें।
  • नियमित हेल्थ चेकउप कराएं : ये बहुत महत्वपूर्ण है की आप लापरवाही की चलते हेल्थ चेकउप कराने से न चुकें। क्योंकि हेल्थ चेकउप से ही आपको अपनी किसी भी दिक्कतों का पता समय पर लग सकता है।

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