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करोड़ों की मालकिन होते हुए भी शेफाली-पराग ने क्यों नहीं किया बच्चा? वजह कर देगी हैरान

शेफाली-पराग ने साल 2014 में शादी की थी। हालांकि, शादी को कई साल बीत जाने के बाद भी दोनों ने कभी खुद का बच्चा नहीं किया। इसको लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया था, तो शेफाली ने एक पुराने इंटरव्यू में इस पर खुलकर अपनी राय रखी थी और अपने फैसले के पीछे की सोच भी साझा की थी।

मनोरंजन डेस्क | नेशनल खबर

शेफाली जरीवाला के निधन की खबर से पूरे एंटरटेनमेंट वर्ल्ड में शोक की लहर दौड़ गई है। 28 जून की रात अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

महज 19 साल की उम्र में ‘कांटा लगा’ गाने से अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने वाली शेफाली ने न सिर्फ अपनी अलग पहचान बनाई, बल्कि करोड़ों दिलों पर भी राज किया। उनकी पर्सनल लाइफ, खासकर लव लाइफ, भी हमेशा सुर्खियों में बनी रही। उनका यूं अचानक चले जाना हर किसी के लिए चौंकाने वाला है।

शेफाली जरीवाला एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का एक जाना-पहचाना चेहरा थीं। ‘कांटा लगा’ से मशहूर होने के बाद उन्होंने कई रियलिटी शोज़ और फिल्मों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। बिग बॉस 13 में जब शेफाली ने वाइल्ड कार्ड एंट्री ली, तो दर्शकों ने उन्हें खूब पसंद किया। उनकी बेबाकी और आत्मविश्वास ने एक बार फिर उन्हें लोगों के दिलों में जगह दिलाई। इसके अलावा, उन्हें सलमान खान, अक्षय कुमार और प्रियंका चोपड़ा की फिल्म मुझसे शादी करोगी में भी एक छोटे लेकिन यादगार रोल में देखा गया था। शेफाली की ये चमकती उपस्थिति अब सिर्फ यादों में रह गई है।

बेबी प्लान को लेकर सवाल

शेफाली जरीवाला और पराग त्यागी ने साल 2014 में शादी की थी और दोनों ही प्रोफेशनली और फाइनेंशियली काफी स्टेबल थे। इसके बावजूद अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता था कि इस कपल ने अब तक फैमिली क्यों नहीं बढ़ाई। इस पर खुद शेफाली ने पारस छाबड़ा के शो में खुलकर बात की थी।

जब पारस ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने कभी अपने बच्चे के बारे में सोचा है, तो शेफाली ने बहुत ही संवेदनशील जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हम कभी भी खुद का बच्चा कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इस दुनिया में ऐसे कई बच्चे हैं जिन्हें एक घर और ढेर सारा प्यार चाहिए। अगर हम किसी ऐसे बच्चे को अपनाएं, तो वो हमारे लिए ज़्यादा मायने रखता है।”

अडॉप्ट करना चाहती थीं

आगे बात करते हुए शेफाली जरीवाला ने अपने दिल की बात साझा की। उन्होंने कहा, “अपने खुद के बच्चों से तो हर कोई प्यार करता है, लेकिन असली greatness तो उसमें है जो किसी और के बच्चे को अपनाकर उसे अपना नाम, अपना घर और प्यार देता है।”

शेफाली ने बताया था कि जब वह केवल 12–13 साल की थीं, तभी से उन्होंने गोद लेने (adoption) का मतलब समझना शुरू कर दिया था। तभी उनके दिल में यह ख्वाहिश भी जागी थी कि वह आगे चलकर किसी बच्चे को गोद लेंगी। उन्होंने कहा कि अपने पति पराग के साथ मिलकर वह काफी समय से गोद लेने की प्रक्रिया में लगे हुए थे, लेकिन ज़्यादा कागज़ी काम और लंबी प्रक्रिया की वजह से अब तक उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया था।

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