स्वास्थ्य

शेफाली जरीवाला की मौत के बाद सवाल: क्या हम दिल की सेहत को नजरअंदाज कर रहे हैं?

हाल ही में एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की कार्डियक अरेस्ट से मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया। इसके बाद से ही लोग यह सवाल करने लगे हैं कि आखिर हार्ट से जुड़ी ऐसी घटनाएं अचानक इतनी क्यों बढ़ रही हैं। दरअसल, कार्डियक अरेस्ट के कई कारण (Cardiac Arrest Risk Factors) हो सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर्स भी हैं जिन्हें हम अक्सर मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं — और यही लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

Written by Himanshi Prakash , National Khabar

कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति है, जिसमें दिल की धड़कन अचानक रुक जाती है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। बीते कुछ वर्षों में इसके मामलों में तेज़ी से वृद्धि हुई है, जो इस बात का संकेत है कि हम अपने हृदय स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह हो गए हैं। कई ऐसे कारण (Cardiac Arrest Risk Factors) हैं जो सामान्य लग सकते हैं, लेकिन यही वजहें कार्डियक अरेस्ट को ट्रिगर कर सकती हैं। दुर्भाग्य से, लोग अक्सर इन्हें अनदेखा कर देते हैं। ऐसे में इन जोखिम कारकों को पहचानना और समझना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं वो फैक्टर्स जो कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकते हैं।

स्ट्रेस और एंग्जायटी
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव यानी स्ट्रेस आम बात हो गई है। लेकिन जब यह तनाव लंबे समय तक बना रहता है, तो यह ब्लड प्रेशर बढ़ाकर दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है। खासकर अचानक होने वाला अत्यधिक स्ट्रेस — जैसे किसी बुरी खबर का झटका या कोई दुर्घटना — शरीर में एड्रेनालाईन हार्मोन की मात्रा बढ़ा देता है, जो दिल की धड़कन को अनियंत्रित कर सकता है और कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है।

नींद की कमी
पर्याप्त नींद न लेना हृदय स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। नींद की कमी से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, डायबिटीज और मोटापे का खतरा भी बढ़ जाता है और ये सभी कार्डियक अरेस्ट के प्रमुख कारण बन सकते हैं। रिसर्च बताती है कि जो लोग रात में 6 से 7 घंटे से कम सोते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का जोखिम कहीं ज्यादा होता है।

बहुत ज्यादा शारीरिक मेहनत
सेहत के लिए एक्सरसाइज फायदेमंद होती है, लेकिन अचानक जरूरत से ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से दिल पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है। खासतौर पर वे लोग जो नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं करते, अगर एकदम से भारी वर्कआउट या मेहनत वाला काम करें तो यह खतरनाक हो सकता है। अत्यधिक थकान या डिहाइड्रेशन की स्थिति में भी कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ जाता है।

सिगरेट और अल्कोहल दिल की सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। स्मोकिंग करने से धमनियां सख्त हो जाती हैं, जिससे दिल तक ऑक्सीजन की पहुंच कम हो जाती है। वहीं, अधिक मात्रा में शराब का सेवन दिल की धड़कन की रफ्तार को अनियमित कर सकता है, जो कार्डियक अरेस्ट के खतरे को काफी बढ़ा देता है।

कुछ दवाएं और एनर्जी ड्रिंक्स
कुछ दवाएं, जैसे पेनकिलर्स या एंटीडिप्रेसेंट्स, दिल की धड़कन पर असर डाल सकती हैं और हार्ट रेट को असंतुलित कर सकती हैं। वहीं, एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन और अन्य उत्तेजक तत्व दिल की धड़कन को तेज या अनियमित बना सकते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या या उपचार से पहले कृपया अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। नेशनल खबर इस जानकारी की पूर्ण सत्यता, सटीकता या प्रभाव के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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