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AAP: पंजाब की AAP सरकार में तीन साल में सातवां फेरबदल होगा, अब क्या योजना है? केजरीवाल भी चर्चा में हैं

AAP: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पराजय के बाद से अरविंद केजरीवाल पंजाब में रह रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान ही उन्होंने घोषणा की थी कि संजीव अरोड़ा भगवंत मान सरकार में मंत्री बनेंगे यदि विजेता होंगे।

Written by: Prakhar Srivastava, National Khabar

दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद पंजाब की ओर आम आदमी पार्टी।

आम आदमी पार्टी ने लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीता है। पार्टी के विजेता संजीव अरोड़ा अब राज्यसभा से इस्तीफा देंगे। व्यवसायी संजीव अरोड़ा को इसके बदले पंजाब सरकार में मंत्री बनाया जाएगा।

यही नहीं चर्चा है कि एक महिला समेत दो और नेताओं को मंत्री पद दिया जा सकता है। यह भी कहा जाता है कि एक मंत्री छुट्टी पर जाएगा। फिलहाल पंजाब में 16 मंत्री हैं, जबकि 18 हो सकते हैं। इस तरह, एक नेता के इस्तीफे के बाद तीन नए नेता रहेंगे। यह देखना होगा कि संजीव अरोड़ा के अलावा कैबिनेट में किन दो नेताओं को सदस्यता मिलती है।

AAP के सदस्यों का मानना है कि पंजाब के मालवा और माझा क्षेत्र से एक विधायक को कैबिनेट विस्तार में शामिल किया जा सकता है। माना जाता है कि अरविंद केजरीवाल ही पंजाब में कैबिनेट विस्तार सहित अन्य निर्णय ले रहे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पराजय के बाद से अरविंद केजरीवाल पंजाब में रह रहे हैं।

चुनाव प्रचार के दौरान ही उन्होंने घोषणा की थी कि संजीव अरोड़ा भगवंत मान सरकार में मंत्री बनेंगे यदि विजेता होंगे। अब खबर है कि पंजाब में इसी सप्ताह के अंत तक कैबिनेट की बैठक होगी।

मंत्रीयों के कुछ विभाग बदल सकते हैं, वहीं एक या दो मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। संजीव अरोड़ा के अलावा मालवा के एक विधायक को भी मंत्री बनाया जाएगा। साथ ही एक महिला भी एंट्री करेगी। AAP की राजनीतिक मामलों की समिति इस सप्ताह की बैठक में कैबिनेट पर निर्णय लेगी।

इस बैठक में ही संजीव अरोड़ा की रिक्त राज्यसभा सीट से किसे भेजने का निर्णय भी होगा। यद्यपि आपके संयोजक ने खुद इस बारे में कुछ नहीं कहा है, हालांकि चर्चा है कि अरविंद केजरीवाल उनकी जगह संसद पहुंचेंगे।

पार्टी के सूत्रों का दावा है कि विधायकों पर कड़ी निगरानी है। देखा जा रहा है कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति का स्थान क्या है। जनता की राय और उनकी भागीदारी इससे ही कैबिनेट में शामिल करने का निर्णय होता है। यही नहीं, 2027 के विधानसभा चुनाव में टिकट पर भी निर्णय होगा।

यह भी चर्चा में है कि आम आदमी पार्टी लगभग एक तिहाई विधायकों को टिकट दे सकती है। आम आदमी पार्टी नेतृत्व फिलहाल लुधियाना सीट की जीत को विधानसभा चुनाव से पहले अच्छी खबर मान रहा है।

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