
नालंदा जिले से एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। एक युवक ने अपनी प्रेमिका की गला रेतकर हत्या कर दी और शव को सूटकेस में भरकर नाले में फेंक दिया। मृतका की पहचान 20 वर्षीय पूजा कुमारी के रूप में हुई है, जो नर्सिंग की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी प्रेमी अमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की है।
Written by: Himanshi Prakash, National Khabar
हत्या की सनसनीखेज वारदात
यह घटना नगर थाना क्षेत्र के कागजी मोहल्ला में हुई, जबकि पूजा का शव सोहसराय थाना क्षेत्र में स्थित बालिका उच्च विद्यालय के पीछे एक नाले से बरामद किया गया। पूजा ओंदा गांव, थाना सारे की रहने वाली थी और भागन बिगहा के एक निजी मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की तैयारी कर रही थी। वह पिछले कुछ महीनों से बिहारशरीफ में किराए के मकान में रह रही थी।
परीक्षा के बहाने निकली, अगली सुबह मिला शव
मंगलवार को पूजा अपने घर से यह कहकर निकली थी कि उसे कॉलेज में परीक्षा देनी है और यूनिफॉर्म लानी है। लेकिन इसके बाद परिजन उससे संपर्क नहीं कर सके। बुधवार की सुबह पुलिस ने परिवार को उसकी हत्या की सूचना दी।
प्रेम प्रसंग में हत्या, आरोपी ने किया गुनाह कबूल
पुलिस ने बरबीघा थाना क्षेत्र के निवासी अमित कुमार (25) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पूजा को पिछले चार वर्षों से जानता था। दोनों की मुलाकात बरबीघा के एक मिशन स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई थी। आरोपी कागजी मोहल्ला स्थित एक किराए के मकान में रह रहा था, वहीं पर पूजा की गला रेतकर हत्या की गई। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हसूली भी कमरे से बरामद कर ली है।
शव छुपाने की रची गई थी योजना
हत्या के बाद अमित ने पहले से खरीदे नए सूटकेस में शव को रखा और एक ई-रिक्शा के जरिए नाले तक पहुंचाया। पुलिस को घटनास्थल पर खून के निशान भी मिले हैं। हालांकि सूटकेस अभी बरामद नहीं हो सका है। आशंका है कि कोई राहगीर उसे उठा कर ले गया हो।
डीएसपी ने दी जानकारी, परिवार में मातम
सदर डीएसपी नुरुल हक ने बताया कि आरोपी के बयान और सबूतों के आधार पर आगे की जांच की जा रही है। आरोपी एक बीएड कॉलेज में कार्यरत था। घटना के बाद पूजा के परिवार में कोहराम मच गया है। पूजा तीन बहनों और दो भाइयों में सबसे बड़ी थी और उसके पिता सरकारी शिक्षक हैं।
कई सवाल अब भी अनसुलझे
इस घटना ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं – जैसे कि मकान मालिक को घटना की भनक क्यों नहीं लगी? और ई-रिक्शा चालक की पहचान अब तक क्यों नहीं हो सकी? पुलिस इन सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।