बंगाल में सियासी संग्राम: भाजपा बंद के दौरान हंगामा, टीएमसी के दो नेताओं की हत्या

धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए दो लोगों की मौत के विरोध में भाजपा ने 12 घंटे के बंद का ऐलान किया था। बंद के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, जिस पर उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इसी बीच राज्य में दो टीएमसी नेताओं की भी हत्या कर दी गई।
Written by Himanshi Prakash, National Prakash
पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान अपने चरम पर है। एक तरफ भाजपा के 12 घंटे के बंद के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई, तो दूसरी तरफ टीएमसी नेताओं की हत्या से हालात और ज्यादा तनावपूर्ण हो गए। टीएमसी नेता की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पूर्वी मेदिनीपुर के खेजुरी इलाके में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दो लोगों—सुजीत दास (23) और सुधीर चंद्र पाइक (65)—की मौत के विरोध में भाजपा ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया। बंद के दौरान जगह-जगह प्रदर्शन हुए और सड़कें जाम कर दी गईं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। इस मामले में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि एक स्थानीय टीएमसी नेता समेत सात लोगों ने दोनों को पीट-पीटकर मार डाला। वहीं, पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि हैलोजन लैंप का लैंपपोस्ट दुर्घटनावश गिर पड़ा था, जिससे दोनों की मौत हुई, और किसी प्रकार की मारपीट या हथियार से हमले के प्रमाण नहीं मिले हैं।
विरोध के दौरान भाजपा समर्थकों ने कई घंटों तक पेड़ के तने रखकर राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और एक ट्रक सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ की। बाद में पुलिस ने बैरिकेड हटाकर रास्ता साफ कराया और सड़क जाम करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने विरोध मार्च निकाला और मांग की कि घटना को हत्या माना जाए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस स्थानीय लोगों को बेवजह परेशान कर रही है और कहा कि यह बंद जनता के गुस्से का प्रतीक है। खेजुरी के भाजपा विधायक शांतनु प्रमाणिक ने दावा किया कि बंद को जनता का व्यापक समर्थन मिला और सभी दुकानें पूरी तरह बंद रहीं।
टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या
इधर, बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस के 42 वर्षीय नेता पीयूष घोष की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, घटना रविवार तड़के कोमारपुर गांव में हुई, जब हथियारबंद लोग श्रीनिधिपुर पंचायत अध्यक्ष पीयूष घोष के घर पहुंचे और करीब से गोली मार दी। पुलिस ने शक के आधार पर दो महिलाओं समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों का मानना है कि हत्या में पीड़ित के किसी करीबी का हाथ हो सकता है और व्यावसायिक विवादों समेत सभी एंगल से जांच की जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या के मामले में चार गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में टीएमसी नेता रज्जाक खान की हत्या के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। रज्जाक खान (38), जो टीएमसी विधायक सौकत मोल्ला के करीबी माने जाते थे, की गुरुवार रात चल्तबेरिया इलाके में पार्टी की बैठक से लौटते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, रविवार को तृणमूल से जुड़े बताए जा रहे मोफज्जल मोल्ला को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने तीन और आरोपियों—अजहरुद्दीन मोल्ला, जहान अली खान और राजू मोल्ला—के नाम बताए। इन तीनों को रविवार देर रात बिजयगंज बाजार और चक मरीचा इलाकों में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया।