
लालू प्रसाद यादव के जीवन में 11 जून की तारीख एक बार फिर खास बन गई है। आठ साल पहले भी इस दिन एक पुल का उद्घाटन हुआ था, जिसे उनके जन्मदिन पर “सरकारी उपहार” बताया गया था। फर्क इतना है कि इस बार भी 11 जून को एक ऐतिहासिक पुल का उद्घाटन हुआ, लेकिन किसी ने इसे लालू यादव को समर्पित नहीं कहा।
Written by: Himanshi Prakash, National Khabar
लालू प्रसाद के जन्मदिन और पुल उद्घाटन की तारीख का फिर बना अनोखा संयोग
लालू प्रसाद यादव के जीवन में 11 जून की तारीख एक बार फिर खास बन गई है। आठ साल पहले भी इस दिन एक पुल का उद्घाटन हुआ था, जिसे उनके जन्मदिन पर “सरकारी उपहार” बताया गया था। फर्क इतना है कि इस बार भी 11 जून को एक ऐतिहासिक पुल का उद्घाटन हुआ, लेकिन किसी ने इसे लालू यादव को समर्पित नहीं कहा।
78वां जन्मदिवस और डबल डेकर फ्लाईओवर का उद्घाटन
बुधवार को लालू यादव ने अपना 78वां जन्मदिवस मनाया। इसी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में देश के पहले दो मंजिला फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। लेकिन इस बार ना तो यह उद्घाटन लालू प्रसाद के नाम जोड़ा गया और ना ही इसे जन्मदिन का उपहार बताया गया।
2017 में बना था ‘जन्मदिन पर पुल समर्पण’ का इतिहास
11 जून 2017 को , जब गंगा नदी पर आरा-छपरा के बीच बने वीर कुंवर सिंह पुल और दीघा-सोनपुर के जेपी सेतु के पहुंच पथ का उद्घाटन हुआ था उस समय राज्य में महागठबंधन की सरकार थी। तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे और पथ निर्माण विभाग उनके पास था। उस दिन आयोजित कार्यक्रम में राजद प्रमुख लालू यादव भी मौजूद थे। समारोह में तेजस्वी ने वीर कुंवर सिंह पुल को अपने पिता लालू यादव के जन्मदिवस का तोहफा बताते हुए उद्घाटन की घोषणा की थी।
अधूरा पुल, फिर भी हुआ उद्घाटन
हालांकि फरवरी 2017 में ही तेजस्वी यादव ने घोषणा कर दी थी कि 11 जून को यह पुल लालू प्रसाद के जन्मदिन पर जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हो सका, लेकिन प्रतीकात्मक रूप से उद्घाटन कर दिया गया। बाद में पहुंच पथ बनकर तैयार हुआ और फिर पुल आम लोगों के लिए खोला गया।
इस तरह लालू यादव के जन्मदिन पर पुल उद्घाटन का यह संयोग अब दो बार बन चुका है — एक बार प्रतीकात्मक रूप में और दूसरी बार संयोगवश।