डायबिटीज: – इन जांचों के बिना डायबिटीज की दवा लेना हो सकता है ख़तरनाक – क्या आपको सच में डायबिटीज है भी या नहीं?

Written By: Pragya Jha, National Khabar
डायबिटीज — जिसे आमतौर पर जीवनभर चलने वाली बीमारी माना जाता है—क्या वाकई में उतनी खतरनाक है जितना इसे बताया जाता है? या फिर हम अधूरी जानकारी और अधूरी जांचों के कारण इसका शिकार बनते जा रहे हैं?
शोधकर्ता डॉ. एस कुमार, जो वर्षों से डायबिटीज पर रिसर्च कर रहे हैं और एप्रोप्रियेट डाइट थेरेपी सेंटर के संस्थापक हैं, का दावा है कि भारत में लगभग 90% डायबिटीज के मरीजों को यह तक नहीं पता कि उन्हें सच में डायबिटीज है भी या नहीं। कारण? अधूरी जांच।
अधूरी जांच, अधूरी सच्चाई
डॉ. कुमार बताते हैं कि अधिकतर मरीज केवल 2 से 3 जांच कराते हैं – जैसे कि फास्टिंग शुगर, पोस्ट प्रांडियल शुगर और HbA1c। जबकि डायबिटीज को सही ढंग से समझने और पहचानने के लिए कुल 6 प्रकार की जांचें जरूरी हैं। दुर्भाग्यवश, इन जरूरी जांचों की जानकारी न तो आम मरीजों को है और न ही कई डॉक्टर इसकी सलाह देते हैं।
डॉ. कुमार के अनुसार, उन्होंने आज तक जितने भी मरीजों को देखा, उनमें से कोई भी वास्तव में डायबिटिक नहीं था, फिर भी वो गलत जांच और जानकारी के अभाव में दवाइयां ले रहे थे। इसका असर न केवल मरीज के शरीर पर पड़ता है बल्कि मानसिक रूप से भी उसे कमजोर कर देता है।
क्या डायबिटीज रिवर्स हो सकती है?
एक और चौंकाने वाली बात ये है कि शोध के मुताबिक, डायबिटीज कोई बीमारी नहीं बल्कि एक मेटाबॉलिक कंडीशन है, जिसे सही खानपान, सही जांच और थैरेपी से रिवर्स किया जा सकता है। डॉ. कुमार दावा करते हैं कि तेल, दूध, फल, आलू जैसी सामान्य चीजों को लेकर भी समाज में कई भ्रम हैं और इनके सेवन का सही तरीका जानना बेहद जरूरी है।
आने वाली पीढ़ी भी बन सकती है शिकार
डायबिटीज को लेकर सबसे बड़ा खतरा ये है कि यदि आप इसे समझे बिना ही दवा लेते रहें तो ये आने वाली पीढ़ियों तक जा सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि आप ये जानें कि क्या आप सही मायनों में डायबिटीज के मरीज हैं या नहीं?
समाधान क्या है?
इसका पहला और सबसे ज़रूरी कदम है – पूर्ण जांच। जब तक आप छह प्रकार की जांच नहीं कराते, तब तक यह तय नहीं किया जा सकता कि आपको डायबिटीज है या नहीं। यदि आप या आपके किसी परिचित को डायबिटीज है, तो जरूरी है कि अब जांच के पूरे पैमाने पर ध्यान दें, ना कि सिर्फ दवाइयों पर।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके जानें कि कौन-कौन सी हैं वे 6 महत्वपूर्ण जांचें, जिन्हें कराना आपके लिए ज़िंदगी बदलने वाला कदम साबित हो सकता है।
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आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं।। डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ-साथसाथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं, साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं।। डायबिटीज की दुनिया में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं, डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं। यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर पर कॉल करें:: +91 9372166486