Vitiligo और वास्तु: आपके घर की ऊर्जा आपके शरीर को कैसे प्रभावित करती है?

Vitiligo: सफेद दाग को अक्सर लोग महज़ एक त्वचा की बीमारी समझते हैं, लेकिन भारतीय वास्तु शास्त्र के अनुसार यह हमारे शरीर की ओर से दी जाने वाली एक चेतावनी भी हो सकती है।
धर्म डेस्क | National Khabar
घर और स्वास्थ्य का रिश्ता: सफेद दाग (Vitiligo) और वास्तु दोष
अक्सर हम सफेद दाग (Vitiligo) को केवल एक त्वचा रोग समझते हैं। मगर भारतीय वास्तु शास्त्र मानता है कि यह शरीर की तरफ़ से एक चेतावनी भी हो सकती है कि आपके घर की ऊर्जा और दिशाओं में कुछ गड़बड़ है।
कैसे वास्तु दोष से जुड़ सकता है सफेद दाग?
- उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में गड़बड़ी
उत्तर-पूर्व दिशा हमारे मानसिक और भावनात्मक संतुलन से जुड़ी होती है।
अगर इस दिशा में टॉयलेट हो, भारी सामान रखा हो या हमेशा गंदगी रहती हो, तो यह चंद्रमा की ऊर्जा को बाधित करता है।
नतीजा — त्वचा संबंधी रोग और सफेद दाग जैसी परेशानियां उभर सकती हैं। - अग्नि कोण में पानी का तत्व
दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण) घर में ऊर्जा और रक्त संचार से जुड़ी मानी जाती है।
अगर यहां पानी की टंकी, सिंक या टॉयलेट बना हो तो पाचन और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। - मुख्य दरवाज़ा और नकारात्मक ऊर्जा
अगर मुख्य द्वार किसी श्मशान, कांटेदार पेड़ या उजाड़ दृश्य की ओर खुलता है तो नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर जाती है।
ऐसे घरों में रहने वालों की सेहत बार-बार खराब रहती है और त्वचा से जुड़ी दिक्कतें आम हो जाती हैं। - अंधेरा और सीलन
अगर उत्तर या पूर्व दिशा में नमी, अंधेरा या गंदगी हो, तो शुक्र और चंद्रमा कमजोर हो जाते हैं।
इनकी अशांति त्वचा पर सफेद दाग और अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है।
राहत देने वाले वास्तु उपाय
- उत्तर-पूर्व दिशा को साफ रखें
हर दिन इस दिशा में गंगाजल छिड़कें, वहां शिवजी की तस्वीर लगाएं और शांत भक्ति संगीत चलाएं।
- तुलसी का पौधा लगाएं
तुलसी सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है। सुबह उसमें जल चढ़ाएं और शाम को दीपक जलाएं।
- मुख्य दरवाज़े को शुभ बनाएं
मुख्य दरवाज़े के दोनों ओर दीपक जलाएं और स्वस्तिक या ऊँ का निशान बनाएं।
- पुरानी और बेकार चीज़ें हटा दें
टूटा शीशा, बंद घड़ी, पुराने जूते और बेकार बोतलें घर से बाहर करें। ये नकारात्मकता बढ़ाते हैं।
- राहु-केतु को शांत करें
शनिवार को काले तिल और नमक लाल कपड़े में बांधकर बहते पानी में प्रवाहित करें। दक्षिण-पश्चिम दिशा में गणेश जी की प्रतिमा रखें।
अगर आपके परिवार में बार-बार सफेद दाग या रहस्यमय बीमारियां हो रही हैं, तो सिर्फ दवाइयों पर निर्भर न रहें। घर की दिशाएं और ऊर्जा भी जांचें। जब घर का वास्तु सही होता है, तो शरीर और मन खुद-ब-खुद अच्छा महसूस करने लगते हैं।
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। नेशनल ख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है।