मुजफ्फरपुर में पति की प्रताड़ना से तंग UPSC अभ्यर्थी पत्नी ने कर दी हत्या

मुजफ्फरपुर में पंचायत रोजगार सेवक की पत्नी ने पति की हत्या कर दी। महिला यूपीएससी की तैयारी कर रही थी और लंबे समय से पति की प्रताड़ना से तंग थी। उसने बताया कि उसकी शादी उसकी इच्छा के खिलाफ हुई थी और पति उसे शारीरिक रूप से परेशान करता था। आरोप है कि महिला ने बकरीद के चाकू से पति पर कई वार किए। उसने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
पंचायत रोजगार सेवक की पत्नी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि यह उसका अंतिम प्रयास था, लेकिन पति द्वारा लगातार की जा रही प्रताड़ना ने उसे मानसिक रूप से पूरी तरह टूटा दिया था। उसने कहा कि उसके पति और ससुराल वाले रसूखदार हैं, इसी वजह से वह कभी उनके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा पाई।
महिला ने बताया कि उसका पति दिनभर काम के बहाने घर से गायब रहता था और रात में लौटकर उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न करता था, जिससे वह बेहद परेशान हो चुकी थी। उसकी पढ़ाई भी इसी कारण रुक गई थी।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि बकरीद के लिए कुर्बानी का नया चाकू पति बाजार से लेकर आया था। उसी चाकू से उसने पति पर कई बार वार कर उसकी हत्या कर दी।
महिला ने कहा कि पति के व्यवहार से वह इतनी नाराज़ थी कि उसने बेझिझक उसके शरीर पर कई बार चाकू चलाए। हत्या के बाद भी उसके चेहरे पर कोई घबराहट नहीं थी और उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था।
शबा की मर्जी के बिना हुई शादी
पुलिस जांच के अनुसार, शबा मुमताज़ के भाई की साली (पत्नी की बहन) हैं। रिश्तेदारी के चलते मुमताज़ का शबा के घर नियमित आना-जाना था। इसी दौरान मुमताज़ ने शबा के प्रति एकतरफा भावनात्मक लगाव विकसित कर लिया।
शबा ने पुलिस को बताया कि उसकी तस्वीरें लेकर उसे ब्लैकमेल भी किया गया और यह शादी उसकी मर्जी के खिलाफ कराई गई। शादी के बाद से ही वह खुश नहीं थी।
“मैं परिणाम की चिंता नहीं करती, परंतु छोटी नहीं – बड़ी चाल चलूँगी!”
जांच के दौरान पुलिस को महिला के घर की दीवार पर एक स्लोगन लिखा मिला — ‘मैं हारने को तैयार हूं, लेकिन बड़ा खेल खेलूंगी।’ इस पंक्ति के कई मायने निकाले जा रहे हैं और आशंका जताई जा रही है कि इसी सोच ने उसके पति की हत्या में अहम भूमिका निभाई।
शबा ने पुलिस को स्पष्ट किया कि वह जीवन में एक सार्थक उपलब्धि हासिल करना चाहती थीं। इसी महत्वाकांक्षा के तहत उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रारंभ की और बीपीएससी तथा यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भाग भी लिया।