रिठाला गांव की फैक्ट्री में भीषण आग, 12 घंटे बाद पाया गया काबू

रिठाला गांव में एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग ने इलाके में दहशत फैला दी। दमकल विभाग के डिविजनल अधिकारी ए.के. जायसवाल के अनुसार, शाम लगभग 7:25 बजे अग्निकांड की सूचना मिलते ही दमकल की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। हालांकि, उनके पहुंचने तक अग्नि पूरी इमारत में फैल चुकी थी, जिससे बचाव कार्य में चुनौतियां बढ़ गईं।
Written by: Himanshi Prakash, National Khabar
आमतौर पर आग को एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक फैलने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन इस मामले में आग बेहद तेजी से फैली। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि आग सवा छह बजे ही लग चुकी थी। इससे आशंका जताई जा रही है कि फैक्ट्री मालिक के बेटे नितिन और अन्य लोगों ने पुलिस व प्रशासन को सूचना देने से पहले खुद ही आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन जब स्थिति बेकाबू हो गई, तभी मदद के लिए कॉल की गई।
फैक्ट्री में आग बुझाने में संकीर्ण प्रवेश द्वार बना बड़ी बाधा
फैक्ट्री का मुख्य प्रवेश द्वार इतना छोटा था कि अग्निशमन कार्य में गंभीर बाधा उत्पन्न हुई। आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने जेसीबी मंगाकर भूतल और पहली मंजिल की दीवारों को तोड़ा, ताकि राहत दल अंदर पहुँच सके।
टिन शेड और ज्वलनशील सामग्री ने बढ़ाई मुश्किलें
फैक्ट्री की छत टिन शेड से ढकी होने के कारण धुआँ फंस गया, जिससे अंदर का तापमान खतरनाक स्तर तक बढ़ गया। इसके अलावा, परिसर में मौजूद प्लास्टिक, कपड़ा और थिनर जैसी अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री ने आग की तीव्रता को और बढ़ा दिया, जिससे स्थिति और भीषण हो गई।
दमकल कर्मियों ने पहले भूतल, फिर पहली और दूसरी मंजिल पर आग पर काबू पाया। बुधवार सुबह छह बजे के बाद ऊपरी मंजिलों की आग को पूरी तरह बुझाया जा सका और रेस्क्यू टीम भीतर प्रवेश कर पाई।