स्वास्थ्य

बार-बार सिरदर्द की वजह कहीं आपकी ये 5 आदतें तो नहीं? जानिए माइग्रेन के ट्रिगर

आजकल की खराब लाइफस्‍टाइल के कारण माइग्रेन की समस्या भी बढ़ रही है जिसका दर्द बहुत तेज होता है। यह सिर के एक हिस्से में होता है। इसका दर्द बढ़ने पर आपको उल्टी आने की समस्‍या हो सकती है। आपका जी मचला सकता है। कुछ गलतियां माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकती हैं।

Written by Himanshi Prakash , National Khabar

आज की भागदौड़ भरी और असंतुलित जीवनशैली में माइग्रेन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह समस्या केवल एक आम सिरदर्द नहीं है, बल्कि इसका दर्द बेहद तेज़, चुभता हुआ और अक्सर सिर के एक हिस्से में महसूस होता है। माइग्रेन के दौरान मतली आना, उल्टी की इच्छा, तेज़ रोशनी या तेज़ आवाज से परेशानी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।

अक्सर लोग इस दर्द के पीछे के कारणों को नहीं समझ पाते और यही सबसे बड़ी गलती होती है। कई बार माइग्रेन की तकलीफ हमारी कुछ रोज़मर्रा की आदतों के कारण ही बढ़ जाती है, लेकिन हमें इस बात की जानकारी नहीं होती। अगर इन आदतों पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या बार-बार परेशान कर सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम उन कारणों को पहचानें, जो माइग्रेन को बढ़ावा देते हैं।

  1. कैफीन का अधिक सेवन
    चाय, कॉफी या चॉकलेट जैसी चीज़ों में मौजूद कैफीन माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है। जरूरत से ज़्यादा कैफीन का सेवन सिरदर्द को बढ़ा सकता है। हालांकि सीमित मात्रा में कैफीन लेना ठीक है, लेकिन अधिक मात्रा नुकसानदायक हो सकती है।
  2. लगातार तनाव में रहना
    तनाव या एंग्जायटी माइग्रेन का एक प्रमुख कारण बन सकता है। तनाव के दौरान शरीर में स्ट्रेस हार्मोन रिलीज़ होता है, जो दिमाग में मानसिक बदलाव लाता है और यह माइग्रेन को बढ़ा सकता है।
  3. दवाओं का अत्यधिक सेवन
    कुछ दवाएं, खासतौर पर बिना डॉक्टर की सलाह के बार-बार ली जाने वाली पेनकिलर, माइग्रेन को और गंभीर बना सकती हैं। अधिक दवाएं नर्वस सिस्टम पर असर डालती हैं जिससे सिर में तेज दर्द हो सकता है।
  4. नींद का असंतुलन
    नींद पूरी न होना या जरूरत से ज़्यादा सोना – दोनों ही स्थितियां माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं। इसके अलावा, नींद के दौरान बार-बार जागना या खराब स्लीप क्वालिटी भी माइग्रेन की वजह बन सकती है।
  5. मौसम में बदलाव
    मौसम बदलने पर वातावरण में होने वाले बदलाव जैसे हवा का दबाव, तापमान या आर्द्रता में बदलाव – ये सभी माइग्रेन को प्रभावित कर सकते हैं। इससे मूड स्विंग और सिरदर्द जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

माइग्रेन से राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान दें और उन आदतों को पहचानें जो इस दर्द को बढ़ा रही हैं। समय पर सही कदम उठाकर और डॉक्टर की सलाह से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या या उपचार से पहले कृपया अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। नेशनल खबर इस जानकारी की पूर्ण सत्यता, सटीकता या प्रभाव के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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