कलकत्ता हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, संदेशखाली केस में सीबीआई को दी जिम्मेदारी

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 2019 में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को हस्तांतरित कर दी गई है। इस मामले में मुख्य आरोपी शाहजहां शेख के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की जा चुकी है।कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने एसआईटी का गठन किया। अदालत ने पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया था। पीड़ित परिवारों की मांग पर यह जांच सीबीआई को सौंपी गई।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 2019 के लोकसभा चुनाव के उपरांत हुई हिंसक घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) संभालेगी। जांच एजेंसी ने इस मामले में प्रमुख आरोपी शाहजहां शेख के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
इस हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल की हत्या हुई थी।
अधिकारियों ने शनिवार (5 जुलाई 2025) को बताया कि कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 30 जून को मामला दर्ज किया। जस्टिस जॉय सेनगुप्ता ने सीबीआई को विशेष जांच दल (एसआईटी) बनाकर मामले की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया। अदालत ने यह भी कहा कि जांच की निगरानी सीबीआई के संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी करेंगे।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने क्या कहा?
जस्टिस सेनगुप्ता ने जांच सीबीआई को सौंपते हुए कहा, “इस मामले में गंभीर आरोप होने के बावजूद पुलिस मुख्य आरोपी के खिलाफ अलग-अलग चरणों में कार्रवाई करने में नाकाम रही, जिससे न्याय पूरी तरह बाधित हुआ। ऐसे में, जांच एक बार फिर पुलिस के हाथ में देना न्याय के हित में नहीं होगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि शेख के विरुद्ध आरोप सामने आने पर राज्य पुलिस का रुख सदैव संदिग्ध रहा है – चाहे वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर भीड़ हमले का प्रकरण हो या वर्तमान हत्या मामला।
जस्टिस सेनगुप्ता ने यह भी कहा कि इसमें स्थानीय पुलिस और सीआईडी के रवैये में कोई फर्क नजर नहीं आता।
पीड़ित परिवारों ने की थी सीबीआई जांच की मांग
पहले इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआईडी कर रही थी। लेकिन पीड़ित परिवारों ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया। घटना के दौरान भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल संदेशखाली गांव में कथित हमले के बाद मृत पाए गए थे, और आरोप पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर लगा।