
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक चार मंजिला इमारत ढह गई। मलबे में 8 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। यहां अचानक एक चार मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। मलबे से अब तक आठ लोगों को बाहर निकाला जा चुका है, जबकि अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने की कोशिश जारी है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की टीमें मौके पर पहुंच गईं। फिलहाल पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं, वहीं स्थानीय लोग भी मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, आज सुबह करीब 7:04 बजे वेलकम के पास एक चार मंजिला इमारत के ढहने की सूचना मिली। ए-ब्लॉक, गली नंबर-5, जनता कॉलोनी स्थित घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि इमारत की तीन मंजिलें पूरी तरह ढह चुकी थीं। मौके पर अग्निशमन विभाग और अन्य एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं और बचाव कार्य जारी है। अब तक मलबे से आठ घायलों को बाहर निकाला गया है। इनमें से सात को जेपीसी अस्पताल और एक को जीटीबी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।
अनीस अहमद अंसारी, जिनका घर इमारत गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया, ने बताया, “सुबह करीब 7 बजे सभी लोग सो रहे थे, तभी मेरे घर के एक तरफ की इमारत अचानक ढह गई और उसका मलबा मेरे घर पर आ गिरा। अचानक बिजली भी चली गई। अब भी 4-5 लोग मलबे में फंसे हुए हैं। सभी लोग मिलकर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।”
बिल्डिंग के मलबे से निकाले गए लोग
- परवेज़ (32), पुत्र अब्दुल
- नावेद (19), पुत्र अब्दुल
- सिजा (21), पत्नी परवेज़
- दीपा (56), पत्नी गोविंद
- गोविंद (60), पुत्र राम चरण
- रवि कश्यप (27), पुत्र राम चरण
- ज्योति (27), पत्नी रवि कश्यप
- अहमद (14 महीने), पुत्र परवेज़
कल आज़ाद मार्केट में भी ढही थी बिल्डिंग, एक की मौत
आज़ाद मार्केट इलाके में मेट्रो के जनकपुरी पश्चिम–आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर के लिए टनल निर्माण के दौरान एक जर्जर इमारत ढह गई। इस हादसे में मनोज शर्मा (45) की मौत हो गई। बाड़ा हिंदूराव थाना पुलिस ने इस मामले में लापरवाही से मौत की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं, दिल्ली मेट्रो की ओर से मनोज के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। मेट्रो प्रबंधन ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है।