स्वास्थ्य

क्या सचमुच कोलेस्ट्रॉल और स्टंट ही हैं हार्ट ब्लॉकेज के असली कारण?

Written By: – Pragya Jha, National Khabar

क्या सचमुच कोलेस्ट्रॉल और स्टंट ही हैं हार्ट ब्लॉकेज के असली कारण?

हृदय रोग आज केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि युवाओं में भी तेजी से फैल रहे हैं। बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतें इस समस्या को और गंभीर बना रही हैं। आमतौर पर जब भी हार्ट ब्लॉकेज या हृदय से जुड़ी समस्याओं की बात होती है तो लोग सबसे पहले कोलेस्ट्रॉल को जिम्मेदार मानते हैं। लेकिन क्या वाकई बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल ही दिल की बीमारी का असली कारण है?

कोलेस्ट्रॉल हमेशा हानिकारक नहीं
एप्रोप्रियेट डाइट थेरेपी सेंटर के संस्थापक एवं शोधकर्ता डॉ. एस कुमार का मानना है कि मरीजों को कोलेस्ट्रॉल से घबराने की जरूरत नहीं है। यदि कोलेस्ट्रॉल हानिकारक होता तो हमारा शरीर इसे इतनी बड़ी मात्रा में खुद नहीं बनाता। दरअसल, 80% कोलेस्ट्रॉल लिवर में बनता है और केवल 20% ही हम भोजन के जरिए बाहर से लेते हैं। ज़्यादातर लोगों को इस तथ्य की जानकारी ही नहीं होती।

ब्लॉकेज में कैल्शियम की भूमिका
डॉ. कुमार का यह भी कहना है कि हार्ट ब्लॉकेज का संबंध केवल कोलेस्ट्रॉल से नहीं है, बल्कि कैल्शियम भी एक बड़ा कारण है। हड्डियों के लिए अच्छा माना जाने वाला कैल्शियम जब शरीर से खींचकर नसों (veins) में जमा होना शुरू करता है, तो यह कोलेस्ट्रॉल के साथ मिलकर प्लग (plaque) का निर्माण करता है। यही प्लग ब्लॉकेज का कारण बनता है।

विशेषज्ञों के अनुसार दूध इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। दूध को भले ही कैल्शियम का प्रमुख स्रोत माना जाता है, लेकिन यह एसिडिक होता है और शरीर इसे सही तरीके से पचा नहीं पाता। हमारा शरीर केवल एल्कलाइन चीजों को अच्छी तरह पचाता है। ऐसे में दूध का pH बैलेंस करने के लिए शरीर को हड्डियों से कैल्शियम निकालना पड़ता है, जो बाद में नसों में जमकर ब्लॉकेज को बढ़ावा देता है।

क्या स्टंट ही है एकमात्र विकल्प?
हार्ट ब्लॉकेज के मरीजों के सामने अक्सर एंजियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी या स्टंट जैसे विकल्प ही सुझाए जाते हैं। लेकिन यह सवाल भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि क्या वाकई स्टंट डलवाना हर मरीज के लिए जरूरी है? विशेषज्ञ मानते हैं कि ब्लॉकेज के कारण को गहराई से समझे बिना केवल स्टंट पर निर्भर रहना सही नहीं है।

आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre
 के संस्थापक हैं।। डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ-साथसाथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं, साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं।। डायबिटीज की दुनिया में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं, डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।

डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं। यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर पर कॉल करें:: ‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪+91 9372166486‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬

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