डायबिटीज का हो रहा भ्रम में इलाज़ ? वैज्ञानिक डॉ. एस. कुमार ने किया बड़ा खुलासा
रिपोर्ट – प्रज्ञा झा
साक्षात्कार में पूछे गए मुख्य प्रश्न :
1 – क्या शुगर बढ़ने का मतलब नहीं है डायबिटीज ?
2 – किस प्रकार से होता है डायबिटीज का सेंटर पर इलाज ?
3 – किस तरीके का तेल का सेवन करना चाहिए ?
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। यह बीमारी अधिकतम ज्यादा उम्र वाले व्यक्तियों में पाई जाती है , लेकिन इसका प्रकोप अब बच्चों में भी बढ़ता जा रहा है |
डायबिटीज दो प्रकार की होती है – (A)Type1 Diabetes (B)Type 2 Diabetes
Type1 Diabetes में शरीर के इंसुलिन उत्पादन करने वाले बीटा सेल्स नष्ट हो जाती है | इसे आमतौर पर जवानी की उम्र में देखा जाता है |
वही Type 2 Diabetes यह डायबिटीज का एक आम प्रकार माना जाता है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं कर पता है |
डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जिसके कारण लोगों को सालों से इन्सुलिन और दवाइयों का सेवन करना पड़ रहा है। लेकिन इन सब के बीच एक साइंटिस्ट, एक ऑथर और भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित डॉ एस कुमार ऐसा दावा करते हैं जो आपके होश उड़ा देंगे क्यूंकि उनके मुताबिक डायबिटीज जैसी कोई बीमारी है ही नहीं और लोग उनकी इस बात पर विस्वास भी कर रहे हैं इसके चलते उनके संस्था की शाखाएं लगातार फैलती जा रही है आखिर इसके पीछे क्या कारण है। ये जानने के लिए नेशनल खबर जयपुर पहुंची जहाँ हमारी संवाददाता संगीता झा ने डॉ एस कुमार से मुलाकात की और जो भी जानकारी एकत्रित हुई उसके बारे में बताते हैं।
डॉ. एस कुमार के मुताबिक अगर आपकी बॉडी इंसुलिन नहीं बना पा रही तो इसका मतलब है आपको डायबिटीज है और अगर बॉडी इंसुलिन बना पा रही है तो इसका मतलब है आपको डायबिटीज नहीं है |
उनके मुताबिक भारत के हर डॉक्टर्स को कुछ टेस्ट तो जरूर करवाने चाहिए जिसके बारे में आम जनता को जानकारी नहीं है इसकी पूरी जानकारी आपको हमारे दिए गए लिंक से पता चल जाएगी। इन सभी टेस्ट्स के बाद पता चलता है की आपको डायबिटीज है या नहीं |
तमाम जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लीक करे