स्वास्थ्य

आयुर्वेदा या एलोपैथी, मरीज बने व्यापर का सबसे बड़ा तरीका, क्यों ?

आयुर्वेदा या एलोपैथी: क्यों आज इलाज कराना ज़िंदा रहने से ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। दवाइयां, हॉस्पिटल्स और डॉक्टर्स का नाम सुनते ही मरीजों को जैसे पसीना आना शुरू हो जाता है क्यूंकि जितना कमाया वो सब हॉस्पिटल में देना पड़ सकता है। आयुर्वेदा हो या अलोपथ जड़ीबूटियां, दवाइयों के दामों ने आसमान छू लिए हैं। लेकिन ऐसे में आपको सिर्फ पूर्ण जाँच ही सही इलाज दे सकता है और आपको बता सकता है की आपको बीमारी है भी या नहीं ? खास ताऊ पर बात डायबिटीज को लेकर होगी :


Written By: Pragya Jha, National khabar


डायबिटीज को गंभीर बीमारी कहकर मरीजों का इलाज सालों तक चलाया जाता है। डॉक्टर्स और हॉस्पिटल्स मरीजों से पैसा ऐंठने की मशीन बन चुके हैं। आज के समय में आयुर्वेदा हो या एलोपैथी किसी पर यकीन नहीं किया जा सकता है। आयुर्वेदा जो कभी मुफ्त में मरीजों के लिए हुआ करता था आज वो कुछ लोगों के लिए व्यापर का सबसे बड़ा जरिया बन चुका है। हमारे आस-पास हज़ारों बीमारियां हैं जिनसे बच पाना असंभव जैसा ही है। खान-पान और डाइट गलत होते ही बीमारियां हमें घेर लेती हैं।

खास तौर पर डायबिटीज जैसी समस्या डायबिटीज के मद्दे नज़र इस बात का हवाला कई बार दिया जाता है की डायबिटीज के मरीज कभी ठीक नहीं हो सकते हैं। लेकिन डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है और डायबिटीज के मरीज स्वस्थ होकर अपनी ज़िन्दगी बिता सकते हैं सिर्फ एक शर्त है की उन्हें डायबिटीज के पूर्ण जाँच करने होंगे। पूर्ण जाँच 6 से अधिक हैं लेकिन मरीजों को 3 जाँच ही पता है क्योंकि उन्हें किसी ने इन जांचों की जानकारी ही नहीं है।

डॉक्टर्स भी इन जांचों को महत्वपूर्ण न समझते हुए नहीं करते हैं। लेकिन इन जांचों की जानकारी एप्रोप्रियेट डाइट थेरेपी सेंटर के संस्थापक शोधकर्ता डॉ एस कुमार देते हैं । इन जांचों को जानने और समझने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें।

आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं।। डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ-साथसाथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं, साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं।। डायबिटीज की दुनिया में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं, डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।

डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं। यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर पर कॉल करें:: ‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪‪+91 9372166486‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬‬

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