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‘बैटल ऑफ गलवान’ के हीरो कर्नल संतोष बाबू की कहानी: लहूलुहान होकर भी चीनी सैनिकों को किया ढेर

सलमान खान जल्द ही वॉर ड्रामा ‘बैटल ऑफ गलवान’ में भारतीय सेना के शहीद कर्नल बी. संतोष बाबू की भूमिका में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में वह उस वीर अफसर का किरदार निभाएंगे, जिन्होंने अपनी अदम्य साहस और शौर्य से गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हौसले पस्त कर दिए थे।

मनोरंजन डेस्क | नेशनल खबर

सलमान खान बनेंगे गलवान के हीरो: कर्नल संतोष बाबू की वीरता पर आधारित फिल्म का ऐलान

सलमान खान की नई फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ का हाल ही में ऐलान हो गया है। इस वॉर ड्रामा का पहला पोस्टर भी जारी कर दिया गया है। फिल्म का निर्देशन ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ और ‘हसीना पारकर’ जैसी फिल्मों के निर्देशक अपूर्व लाखिया कर रहे हैं। इस फिल्म में सलमान खान भारतीय सेना के वीर शहीद कर्नल बी. संतोष बाबू का किरदार निभाएंगे। यह कहानी गलवान घाटी में 2020 में हुई भारत-चीन झड़प पर आधारित है, जिसमें कर्नल बाबू ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

कर्नल संतोष बाबू की असली कहानी

कर्नल बी. संतोष बाबू, 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे। साल 2020 में गलवान घाटी में चीन की सेना से लोहा लेते हुए वह शहीद हो गए। उनकी बहादुरी के लिए उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनका जन्म 1982 में तेलंगाना के सूर्यापेट में हुआ। उनके पिता बैंक में कार्यरत थे और मां गृहिणी। संतोष बाबू की स्कूली पढ़ाई कोरुकोंडा के सैनिक स्कूल में हुई और उन्होंने पुणे की नेशनल डिफेंस अकादमी और देहरादून की इंडियन मिलिट्री अकादमी से ट्रेनिंग ली।

उन्होंने 2004 में सेना जॉइन की और कश्मीर, अरुणाचल, लद्दाख और भारत-चीन सीमा पर सेवाएं दीं। 2007 में उन्होंने भारत-पाक सीमा पर तीन घुसपैठियों को मार गिराया। 2019 में उन्हें कर्नल पद पर प्रमोट किया गया।

ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में दिखाई अदम्य बहादुरी

गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान कर्नल संतोष बाबू ने निडर होकर चीनी सेना का सामना किया। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने अंतिम सांस तक दुश्मनों से लड़ाई लड़ी और अपने साथियों का हौसला बढ़ाते रहे। भारी पत्थरबाज़ी और धारदार हथियारों के हमलों के बीच उन्होंने वीरता से चीनियों के हौसले पस्त कर दिए।

फिल्म से जुड़ी खास बातें

फिल्म की कहानी पत्रकार शिव अरूर और राहुल सिंह की किताब ‘इंडियाज मोस्ट फियरलेस 3’ पर आधारित है, जिसमें कर्नल बाबू की कहानी भी दर्ज है। सलमान खान इससे पहले ‘जय हो’ और ‘हीरोज’ जैसी फिल्मों में सेना के किरदार निभा चुके हैं, लेकिन इस बार पूरी फिल्म उनके चरित्र के इर्द-गिर्द घूमेगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग जुलाई से शुरू होगी। सलमान के अपोजिट चित्रांगदा सिंह को कास्ट किए जाने की चर्चा है, हालांकि मेकर्स ने कास्टिंग पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की। फिल्म की कहानी केवल दो रातों की घटना पर केंद्रित होगी और अपूर्व लाखिया इन दिनों लद्दाख में शूटिंग लोकेशन्स की तैयारी कर रहे हैं।

वीरता की मिसाल

कर्नल संतोष बाबू न केवल अपने शौर्य बल्कि अपने अदम्य आत्मविश्वास के लिए भी याद किए जाते हैं। उन्होंने निडरता से दुश्मनों का सामना किया और अंत तक देश के लिए लड़ते रहे। उनकी इस वीरता ने उन्हें देश के वीर सपूतों की सूची में अमर कर दिया। ‘बैटल ऑफ गलवान’ उनकी इसी कहानी को बड़े पर्दे पर जीवंत करने जा रही है।

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