कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा” हुई शुरू।
रिपोर्ट: प्रज्ञा झा
2024 के लोक सभा चुनाव से डेढ़ साल पहले राहुल गांधी ने अपनी चुनाव जीतने की नीति पर काम करना शुरू कर दिया है।7 सितंबर से राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” शुरू हो चुकी है। ये यात्रा करीबन 150 दिन तक चलेगी और इस यात्रा में सिविल सोसायटी के करीबन 300 लोग इस यात्रा में शामिल होंगे। ये यात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक चलेगी। ये यात्रा करीबन देश के 12 राज्यों से होकर गुजरेगी और 3570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। राहुल गांधी के साथ उनके करीबन 117 सांसद भी साथ में होंगे जिनमें 28 महिलाएं भी सामिल है और बाकी सुरक्षा कर्मी कुछ युवा नेता और सुरक्षा कर्मी आदि लोगों को मिला कर 300 लोग पूरे 3570 km का रास्ता तय करेंगे।
जिन राज्यों में यह यात्रा नहीं जा पाएगी वहां कुछ छोटी-छोटी टुकड़िया या यूं कहें कि छोटी यात्राएं भी निकाली जाएंगी। यात्रा की शुरुआत में ही राहुल गांधी तिरंगे के साथ नजर आए उन्होंने अपने भाषण में कहा कि देश में कई लोगों को यह लगता है कि भारत को एकजुट करने के लिए किसी तरीके का एक्शन लेना बेहद जरूरी है और ये भी कहा की यह कोई तीन कलर एक चक्र और कोई कपड़े का टुकड़ा नहीं है ये हमें इतनी आसानी से नहीं मिला था इसे हमें तौफे के तौर पर नही दिया गया था इस हमारे लोगों ने बहुत मेहनत से कमाया था। ये झंडा हमारे देश के हर धर्म भाषा और सभी राज्यों की पहचान है।
क्यों निकली गई भारत जोड़ो यात्रा।
इस यात्रा को निकालने के कई बड़े कारण है, लेकिन सबसे बड़ा कारण इसमें यह है कि राहुल गांधी लोगों के बीच में जाकर उनसे उनके परेशानियां सुनना चाहते हैं । उनसे बात करना चाहते हैं, मुलाकात करना चाहते हैं उनसे जानना चाहते हैं , कि देश में किस तरीके के असंतोष फैले हुए हैं। ऐसा नहीं है कि इससे पहले ऐसी कोई यात्रा नहीं निकाली गई थी । सन् 1989 में भी ऐसी ही भारत यात्रा निकाली गई थी। उस वक्त के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने “भारत यात्रा” निकाली थी। उस वक्त में यह यात्रा जनता पार्टी को एक साथ एकजुट करने के लिए निकाली गई थी और जिसके कई अच्छे परिणाम भी देखने को मिले थे। क्योंकि उस वक्त में जनता पार्टी के कई नेताओं में असंतोष की भावना फैल रही थी तो लोगों में यह भावना जगाने के लिए की जनता पार्टी अगर चुनी गई तो कुछ अच्छा होगा तब ये यात्रा निकाली गई। और ये भी बोला जा रहा है की बीजेपी आम लोगो को केसे बेवकूफ बना रही है ये बात भी लोगो को समझाया जाएगा।
किस तरह पूरी होगी यात्रा
3570 किलोमीटर लंबी यात्रा का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में एक सवाल सबसे पहले आता है कि पूरी यात्रा अगर डेढ़ सौ दिनों तक चली थी तो राहुल गांधी किस सोने खाने और रहने की व्यवस्था क्या होगी। तो इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह पूरी यात्रा आम लोगों की तरह की जाएगी जिसमें कि किसी भी फाइव स्टार होटल में नहीं रहा जाएगा छोटे-छोटे कंटेनर्स बनाए गए हैं जिनमें कि लोग रहेंगे राहुल गांधी की सुरक्षा के मद्देनजर राहुल गांधी को ही काला कंटेनर में सोने दिया जाएगा वहीं दूसरे कंटेनर्स में 12 लोग एक साथ सोएंगे उसी का डिनर में टॉयलेट भी बनाए गए हैं बाकी महिलाओं के लिए अलग कंटेनर होगा। यह सभी लोग खाना एक साथ ही खाएंगे।
1 दिन में कितने दूर जाएंगे
इसके जवाब में बताया गया है, कि यह यात्रा करीबन 20 से 25 किलोमीटर हर दिन चलेगी। 1 दिन में 1 गांव पूरा करने की कोशिश की जाएगी ,और ऐसा नहीं होगा कि राहुल गांधी और उनका काफिला एक साथ चलेगा। यह सारा काफिला अलग-अलग जगहों पर जाएगा और शाम को निर्धारित एक जगह पर यह सारा काफिला आकर ठहरेगा जहां पर यह लोग रात को विश्राम करेंगे।
सोनिया गांधी दी बधाई
कांग्रेस के कार्यकारी नेता सोनिया गांधी ने इस यात्रा को एक इमोशन पत्र लिख कर संबोधित किया और अपने ना होने पर खेद भी जताया और जो नेता इसमें सामिल हुए है उन्हे शुभकामनाएं भी दी।
अपोजिशन का क्या कहना है
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर शिवसेना ने समर्थन किया और बीजेपी को घेरा और कहा की बीजेपी वालों को कांग्रेस से हमेशा से ही दार लगा है।
बीजेपी के सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है की कांग्रेस की सब्दावली ही हालत है आखिर भारत टूटा ही कब था जो आप इसे जोड़ना चाह रहे हैं।
अब आगे देखना ये है को कांग्रेस की ये यात्रा और क्या मोड़ ले सकती है।