कैसा है नौसेना का नया ध्वज
प्रज्ञा झा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को कोच्चि से एक बड़ी सौगात दी जिसमे उन्होंने 2 सितंबर 2022 को INS विक्रांत को देश को समर्पित किया। INS विक्रांत अब भारतीय नौसेना का अभिन्न अंग बन चुका है। भारतीय सेना का अभिन्न अंग बनते ही विक्रांत के आगे INS नाम जुड़ गया।20 हजार करोड़ की लागत से बना 45 हजार टन का ये एक युद्धपोत जहाज है। इसके डेक करीबन 2 फुटबॉल के ग्राउंड के बराबर है। इसपर एकसाथ 30 फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर आराम से जा सकते है।INS के जुड़ने के बाद भारतीय नौसेना और देश वासियों का स्वाभिमान और ज्यादा बढ़ गया है। इस जहाज में 76% चीजें स्वदेशी है यानी अपने ही देश में बनाए गई l इसको बनाने में करीबन 500 कंपनियों ने अपना सहयोग दिया है।
सरकार के मुताबिक पिछले 13 सालों में INS को बनाने मे करीबन 150000 नौकरियां भी उत्पन्न हुई है। इसके अंदर 2300 कंपार्टमेंट है और 262 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा है।चार बार बदला गया ध्वज।भारतीय नौसेना में पहले अंग्रेजों द्वारा बनाया गया झंडा ही लहराता था बाद में इसमें कई बदलाव भी किए गए और सत्यमेव जयते का संदेश भी लिखा गया। चार चरणों में हमें कैसा झंडा मिला 1. 26 जनवरी 1950 तक हमारे नौसेना के झंडे में सेंट जॉर्ज का क्रॉस और बाई ओर ब्रिटिश का झंडा बना हुआ था जिसे बाद में हटा कर भारतीय तिरंगा लगाया गया। 1950 तक नौसेना का झंडा अंग्रेजो द्वारा ही बनाया गया था। 2. इसके बाद 2001 में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में झंडे से सेंट जॉर्ज के क्रॉस को हटा दिया गया और इसके बदले अशोक चिन्ह के नीचे एक एंकर बनावा दिया गया।
3.अप्रैल 2004 में मनमोहन सिंह की नेतृत्व में यूपीए सरकार में तीसरी बार ध्वज में बदलाव कराए गए। इसमें सोनिया गांधी के अपील पर फिर से सेंट जॉर्ज का क्रॉस झंडे में ले आया गया। लेकिन इस बार क्रॉस के बीच में अशोक चिह्न भी सामिल किया गया 4. साल 2014 फिर से इस झंडे में बदलाव करते हुए अशोक चिन्ह के नीचे सत्यमेव जयते लिखवाया गया और सेंट जॉर्ज के क्रॉस को हटा दिया गया।नया झंडा कैसा है
नए झंडे से लाल रंग का क्रॉस हटा दिया गया है। हमेशा की तरह झंडे की आधार सिला सफेद ही रखी गई है। और झंडे में सफेद रंग कहीं ना कहीं देश की एक जुट होने का प्रतीक भी बताता है इसमें एक एंकर बना हुआ हैं जो की असल में छत्रपति शिवाजी महाराज को शाही मुहर थी।इस सब के बाद आखिर में संस्कृत में लिखा है ‘शं नौ वरुण: ‘ मतलब के जल के देवता वरुण हमारे लिए शुभ है।झंडे के आठ कोने लोगो का ध्यान आठ तरफ खींचते है जो की नवी के विश्व भर में फुच को दर्शाता है।