दिवाली के पर्व पर अनंत दीपों से सजा दिल्ली अक्षरधाम

  • दिवाली के पर्व पर अनंत दीपों से सजा दिल्ली अक्षरधाम
  • स्वामिनारायण अक्षरधाम में दीपावली महोत्सव: संस्कृति और आस्था का संगम

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर 2024 – राजधानी दिल्ली में यमुना तट पर स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम में गुरुवार को दीपावली का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर देश और विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

परम पूज्य स्वयंप्रकाश स्वामी (डॉक्टर स्वामी) की उपस्थिति में अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले इस उत्सव से एक दिन पहले चतुर्दशी को हनुमान जी का विशेष पूजन किया गया। ऐसा माना जाता है कि लोग इस दिन हनुमान जी और माँ काली का पूजन कर नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की प्रार्थना करते है। 

गुरु महंत स्वामी महाराज के प्रेरणा से दिल्ली अक्षरधाम में हनुमान चालीसा के पाठ के साथ हनुमान जी का विशेष पूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ सदगुरु संत पूज्य डॉक्टर स्वामी ने सभी हरिभक्तों को हनुमान जी के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। 

दीपावली के उत्सव पर सुबह दस से बारह बजे तक बहिपूजन का आयोजन किया गया। जिसमें हरिभक्त बड़ी संख्या में अपने बहिखातों के साथ मंदिर सभागृह में इस पूजन विधि में शामिल हुए। वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ देवी सरस्वती और लक्ष्मी जी की वंदना करते हुए संतों ने वैदिक अक्षरपुरुषोत्तम के गान से संपूर्ण वातावरण को दिव्यता से भर दिया।

वर्ष 2005 में प्रमुखस्वामी महाराज की उपस्थिति में दिवाली और अन्नकूट का यह उत्सव प्रथम बार दिल्ली अक्षरधाम में मनाया गया था। तबसे सतत रूप से धर्म, भक्ति, ज्ञान और वैराग्य जैसे दिव्यता के गुणों का दीपक लोगों के हृदय में जलाकर यह उन्हें निरंतर प्रेरणा देता रहा है।

इस अवसर पर मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों और तोरण से सजाया गया, जिसमें हरिभक्तों, विशेषकर महिला और पुरुष स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा।  तक़रीबन दो सप्ताह पहले से ही सभी तैयारियों में जुटे स्वयंसेवकों ने मंदिर परिसर को दीपों की रोशनी से जगमगा दिया, जिससे पूरे वातावरण में अद्वितीय सौंदर्य और भक्ति का माहौल छा गया। उत्सव में सम्मिलित हुए सभी हरिभक्तों ने इसका खूब आनंद लिया।

इस अवसर पर पूज्य डॉक्टर स्वामीजी ने आशीर्वाद में बताया कि “यह दीपावली पर्व आप सभी के जीवन में शांति और समृद्धि लेकर आए। सभी तन, मन और धन से सुखी रहें। दीपावली का उत्सव प्रकाश का पर्व है, हम सभी के जीवन में ज्ञान का प्रकाश हो और अज्ञान का अंधकार नाश हो जाए यह भगवान और गुरु महंत स्वामीजी के चरणों में प्रार्थना।”

इस अवसर पर डॉक्टर स्वामी जी ने सरदार पटेल को भी उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि दी। दीपावली पूजन में विश्वशांति की कामना की गई।

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