Haryana

नौ उम्मीदवारों की “आप” की दूसरी सूची में कल प्रो. छत्रपाल को भी टिकट मिल गया।

हरियाणा में आम आदमी पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने पर पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ना तय किया। सोमवार को पार्टी ने 20 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।

Written By: Prakhar Srivastava, National Khabar

आम आदमी पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नौ उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है। छत्रपाल, जो सोमवार को भाजपा छोड़कर पार्टी में आए हैं, उनको बरवाला से उम्मीदवार घोषित किया गया है। पार्टी ने अब तक 29 उम्मीदवारों को घोषित कर दिया है। रीता बमनैया को साढ़ौरा से टिकट मिल गया है। थानेसर से कृष्ण बजाज और इंद्री से हवा सिंह प्रत्याशी हैं। रायपुर से मुख्त्यार सिंह बाजीगर, आदमपुर से एडवोकेट भूपेंद्र बेनीवाल और बावल से जवाहर लाल को टिकट मिला है। प्रवेश मेहता को फरीदाबाद से और अबाश चंदेला को तिगांव से उम्मीदवार घोषित किया गया है।


पिछले पांच दिनों से आप और कांग्रेस गठबंधन पर चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेस के दीपक बाबरिया और आप के राघव चड्ढा ने चर्चा की। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि आप दस से अधिक सीटें चाहते थे, लेकिन कांग्रेस तीन से अधिक सीटें नहीं देना चाहती थी। सोमवार सुबह कांग्रेस को “आप” प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता ने अल्टीमेटम दिया कि अगर गठबंधन पर जल्द से जल्द कोई जानकारी नहीं मिली तो पार्टी शाम तक प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। नेताओं ने राज्य में पिछले कई महीनों से तैयारी की है। उन्होंने कई नेताओं को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार भी किया है। लेकिन कांग्रेस गठबंधन पर गंभीरता नहीं दिखा रही है।

जैसे-जैसे नामांकन की आखिरी तारीख नजदीक आ रही है, गठबंधन तय नहीं होने से “आप” के उम्मीदवारों में बेचैनी बढ़ी है। वह भी पार्टी पर निरंतर दबाव डाल रहे थे। सोमवार को आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली 20 उम्मीदवारों की सूची जारी की। आप सांसद संजय सिंह ने सूची जारी होने के बाद कहा कि गठबंधन नहीं हो रहा है। आप एक राष्ट्रीय पार्टी का सदस्य हैं और हरियाणा में पार्टी का मजबूत जनाधार है। आप सभी सीटों पर तैयार हैं। 2 दिन पहले, आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी छोड़कर पंचायत समिति के पूर्व चेयरपर्सन प्रतिनिधि मुख्तियार सिंह बाजीगर को रतिया विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है।

हिजरावा कलां गांव के 55 वर्षीय मुख्तार सिंह बाजीगर पिछले 30 वर्षों से राजनीति में है। पहले दो दशक में इनेलो में रहे। 2014 में वे भाजपा में शामिल हुए। विशेष बात यह है कि भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं ने मुख्तियार सिंह बाजीगर को भी रतिया से टिकट देने की मांग की थी। मुख्तियार सिंह ने दो दिन पहले भाजपा छोड़ दी थी जब सुनीता दुग्गल को रतिया से भाजपा उम्मीदवार बनाया गया था। आरक्षित सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां बाजीगर समाज के लगभग 20000 वोट हैं। 2019 के चुनाव में यहां से जननायक जनता पार्टी ने मंजू बाजीगर को अपना उम्मीदवार बनाया था, जिन्होंने 22,000 वोट पाए थे। आम आदमी पार्टी ने बाजीगर समाज से संबंध रखने वाले मुख्तियार सिंह को उम्मीदवार बनाया और कड़े मुकाबले का संदेश दिया है।

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