डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी ने विश्व पुस्तक मेला में लांच की अपनी नई किताब
डॉ. बीआरसी की लैट यौर सेकेंड हार्ट हैल्प किताब का पुस्तक मेला में विमोचन
Written By: National Khabar
नई दिल्ली, 11 फरवरी, 2024: तीस किताबों के विश्वप्रसिद्ध लेखक डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी ने आज यहां प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेला में डायमंड बुक्स के स्टॉल पर अपनी नई किताब लैट यौर सेकेंड हार्ट हैल्प का सार्वजनिक रूप से विमोचन किया। इससे पहले, सिरी फोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने प्रेस के सामने इस किताब को प्रस्तुत किया था। किताब में एक अनूठे नए अध्ययन का विवरण है, जिसमें कहा गया है कि दिन भर बैठे रहने वाला काम करने के बावजूद पैर से सिलाई मशीन चलाने वाले दर्जी सबसे स्वस्थ रहते हैं।
डॉ. बीआरसी के नाम से मशहूर, डॉ. बिस्वरूप ने बताया कि सिलाई मशीन चलाते समय पिंडली की मांसपेशियां, जिन्हें अक्सर ‘दूसरा हृदय’ भी कहा जाता है, सक्रिय हो जाती हैं जिससे रक्त का परिसंचरण तीव्र हो जाता है। पैर हिलाने की आदत अच्छी होती है और स्वस्थ रहने में सहायक है। इससे आयु बढ़ती है और डायबिटीज, हाई बीपी जैसे रोगों से बचाव होता है।
डॉ. बीआरसी की अन्य लोकप्रिय किताबों में प्रमुख हैं: द सर्केडियन डॉक्टर, व्हैन क्योर इज क्राइम, फिश-टैंक मॉडल फॉर हार्ट केयर, रैबिट टॉरटॉयज मॉडल फॉर कैंसर क्योर, क्योर एट ज़ीरो वोल्ट, ऐंड ऑफ ट्रांसप्लांट, क्योर फॉर ब्लड डिसऑर्डर्स, 360 डिग्री पॉस्चुरल मेडिसिन, 1 क्वेश्चन दैट कैन सेव यौर लाइफ, डाइबिटीज फ्री वर्ल्ड, आदि।
डॉ. बीआरसी ने कहा कि लैट द सेकेंड हार्ट एच.ई.एल.पी. (हैल्प) किताब पढ़कर कोई व्यक्ति दूसरों की मदद कर सकता है अथवा एच.ई.एल.पी. प्रेक्टिसनर बन सकता है। इसके लिए दो माह के ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेना होता है, जिसमें दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज, जालंधर में सात दिन का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी शामिल है। वीएसटी पहले से ही हिम्स ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का एक हिस्सा है।
डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी, इंजीनियरिंग में स्नातक और मधुमेह में स्नातकोत्तर और मधुमेह व क्रोनिक किडनी रोग में मानद पीएचडी की योग्यता प्राप्त कर चुके हैं। वह हिम्स अस्पताल समूह की सफलतापूर्वक देखरेख भी करते हैं जो भारत, वियतनाम और मलेशिया में स्वास्थ्य सेवा में संलग्न है। अधिक जानकारी के लिए, लॉग ऑन करें: www.biswaroop.com/help